अपनो ने ही बीजेपी उम्मीदवार की राह में कांटे बिछाए
पत्रकारों की नाराजगी भी बनी की हार का बड़ा कारण
होशियारपुर ( तरसेम दीवाना )- लोकसभा क्षेत्र होशियारपुर से भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के होशियारपुर दौरे के बावजूद भाजपा की राह कांटों से भरी रही, जिनमें से ज्यादातर कांटे भाजपा के अपनों ने ही बिछाए और अनीता सोम प्रकाश को भारी हार का सामना करना पड़ा । पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी अनीता सोम प्रकाश को होशियारपुर की जनता ने झाड़ू से उड़ा दिया । लोकसभा क्षेत्र होशियारपुर में भाजपा प्रत्याशी को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा । भाजपा उम्मीदवार अनीता सोम प्रकाश के लिए बड़ी चुनौती वह स्थिति थी जब भाजपा के एक शक्तिशाली गुट ने पार्टी उम्मीदवार पर नियंत्रण कर लिया और अन्य दलों की पहुंच पूरी तरह से काट दी। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, चुनाव के दौरान बीजेपी उम्मीदवार और उनकी टीम पर तीन बार चुनाव हार चुके एक गुट का दबदबा था, जिसने पार्टी उम्मीदवार की जीत की चिंता करने के बजाय अपनी जेबें भरने के लिए आर्थिक दबाव डाला और 2027 की विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए धन इकट्ठा करने की दौड़ में लगे हुए थे पार्टी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के इस गुट का मंत्र था ‘राम राम जपना पराया माल अपना’ जिस पर बीजेपी के इस गुट के लोग पैसों के लिए इस कदर लालायित थे कि पार्टी आलाकमान/उम्मीदवार को अखबार और पत्रकारों के लिए आए बजट का 75 फीसदी पैसा भी हड़प लिया गया इस तरह अखबारों और पत्रकारों के लिए आए भारी भरकम पैसे को बीजेपी के इस धड़े द्वारा छीन लेने से पत्रकारों की नाराजगी भी हार का बड़ा कारण बनी।भाजपा के हारे हुए गुट के लालच का आलम यह था कि पिछली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे सोम प्रकाश के अकेले होने के कारण इस गुट के नेताओं ने फर्जी बिल्ला का बहाना बनाया और पूरा भुगतान भी कर दिया। बड़े ऑर्डर देकर कीमत बताई, जबकि ऐसा करने पर सामान दिए गए ऑर्डर का आधा निकला पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के उक्त प्रभावशाली नेता का गुट अभी भी इस तरह के खेल में लिप्त होने के कारण पार्टी प्रत्याशी का चुनाव प्रचार पिछड़ गया, जिसका खामियाजा आखिरकार पार्टी को ही भुगतना पड़ा. बीजेपी और पार्टी प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा