48 लाभार्थियों के लिए 23 लाख 4 हजार रुपये की राशि जारी की गई है
बच्चों को जीवन में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया
जालंधर, 29 अगस्त: डिप्टी कमिश्नर डाॅ. हिमांशु अग्रवाल ने मिशन वात्सल्य योजना के तहत निराश्रित एवं जरूरतमंद बच्चों को प्रायोजन चेक वितरित किये।
इस योजना के तहत 48 लाभार्थियों को प्रति माह 4000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई, जिसके लिए कुल 23 लाख 4 हजार रुपये की राशि जारी की गई।
इस संबंध में यहां जिला प्रशासनिक परिसर में आयोजित एक सादे समारोह के दौरान उपायुक्त ने बच्चों को संबोधित करते हुए उनसे जीवन में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत से जीवन में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
उन्होंने छात्र जीवन में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और बच्चों को पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनने और दूसरों की मदद करने के लिए प्रेरित किया।
डॉ। अग्रवाल ने कहा कि मिशन वात्सल्य योजना का उद्देश्य उन बच्चों को सहायता और सुरक्षा प्रदान करना है जिन्होंने अपने माता-पिता या अभिभावकों को खो दिया है और साथ ही उनका कल्याण और शिक्षा सुनिश्चित करना है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 0 से 18 वर्ष तक के ऐसे बच्चे, जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है या माता-पिता जानलेवा बीमारी के शिकार हैं या बच्चों की देखभाल करने में आर्थिक और शारीरिक रूप से असमर्थ हैं या मां विधवा/तलाकशुदा या बच्चा है। परिवार द्वारा निराश्रित छोड़ दिए जाने या किसी रिश्तेदार के साथ रहने पर लाभ मिल सकता है।
उन्होंने आगे बताया कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अनुसार बेघर, प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित, बाल श्रम से पीड़ित, बाल विवाह से पीड़ित, तस्करी से पीड़ित, विकलांग बच्चे या ऐसे बच्चे जो सड़क पर रह रहे हों, दुर्व्यवहार या शोषण के शिकार हों। वी./एड्स प्रभावित या पी.एम. CARES योजना के अंतर्गत आने वाले बच्चे इस योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अधिकारियों और बच्चों के माता-पिता और रिश्तेदारों से भी अपील की कि वे अपने संपर्क में आने वाले ऐसे असहाय और जरूरतमंद बच्चों को इस योजना का लाभ दिलाने में सहयोग करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनजिंदर सिंह ने स्पॉन्सरशिप योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना से एक परिवार के दो बच्चे लाभान्वित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी और योजना का लाभ उठाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी, गांधी वनिता आश्रम, कपूरथला रोड, जालंधर के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
इस मौके पर सहायक आयुक्त (यूटी) सुनील फोगाट, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय भारती सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।