बड़ी संख्या में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी
सरकार के अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने के दावे खोखले साबित हुए
होशियारपुर ( तरसेम दीवाना )- आम आदमी पार्टी प्रदेश की जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लगातार दावे कर रही है, लेकिन हकीकत क्या है? शुक्रवार को सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की अचानक हड़ताल से बड़ी संख्या में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी । गौरतलब है कि शुक्रवार को एक डॉक्टर और मरीज दरमियान हुए झगडे के विरोध में होशियारपुर के एकमात्र सिविल अस्पताल के डॉक्टर बिना किसी पूर्व सूचना के दो घंटे की हड़ताल पर चले गए । इस हडताल की जानकारी के अभाव में बड़ी संख्या में अपना इलाज कराने आए मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी, जिनमें बड़ी संख्या में विधवाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं. डॉक्टरों की इस हड़ताल का एक पहलू ये भी है कि उक्त डॉक्टर के साथ झगडे के मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवाई में जिम्मेदार व्यक्ति को हिरासत में भी ले लिया, लेकिन शायद सरकारी अस्पताल के डॉक्टर हड़ताल के बहाने अपनी ताकत दिखाने का मौका ढूंढ रहे थे. वहीं दूसरी ओर मानवता के लिए भगवान माने जाने वाले डॉक्टरों के असंवैधानिक एवं अमानवीय कृत्य के कारण दवा लेने आये बुजुर्ग एवं महिला मरीज सुबह से ही लाइन में खड़े होकर परेशान होकर जमीन पर बैठ गये इनमें से ज्यादातर 80-90 साल के बुजुर्ग बीमारी की हालत में कांपते नजर नहीं आए जो पत्रकारों से सवाल कर रहे थे कि क्या होशियारपुर के सरकारी अस्पताल में कभी सुधार आएगा या फिर डॉक्टर हमेशा की तरह इसी तरह किसी न किसी बहाने से मरीजों को परेशान करते रहेंगे.