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होशियारपुर 24 जनवरी (न्यूज़ हंट)- बेशक मंदिर और गुरूदवारे हमारी धार्मिक आस्था का केन्द्र हैं और एक निराश इंसान की आखिरी उम्मीद भी कहें जा सकते हैं, पर हमारे शिक्षक अदारे भी किसी मंदिर और गुरूदवारे से कम नहीं हैं, क्यों कि वहां भगवान दवारा दिए गए जीवन को संस्कारित करने का कार्य होता है। उपरोक्त शब्द राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के विभाग संपर्क प्रमुख मनोज गुप्ता ने अपनी बेटी गरिमा के जन्म दिवस पर सर्वहितकारी विधा मंदिर स्कूल को आर्थिक सहयोग देते हुए कहे।
मनोज गुप्ता ने कहा कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी हमारे बहुत से स्कूलों की हालत दयनीय है। उन्होने कहा कि जिन स्कूलों ने आज भी शिक्षा का व्यापारीकरण नहीं किया, उन स्कूलों को हर संभव मदद देना सभ्य समाज का कर्तव्य बनता है। मनोज गुप्ता ने कहा कि शिक्षा भारती दवारा चलाए जा रहे स्कूल उच्च स्तरीय शिक्षा देने के साथ साथ व्यक्तित्व निर्माण का कार्य भी नाममात्र फीस ले कर करते हैं। ऐसे में यह स्कूल समाज को अपनी सेवाएं निरंतर देते रहें, इस लिए सम्पन्न समाज के लोगों समय समय पर इन स्कूलों की सहायता करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर सर्वहितकारी विधा मंदिर सोसायटी के उपाध्यक्ष सुनाल प्रिय ने मनोज गुप्ता का धन्यवाद करते हुए अन्य लोगों से अपील की कि वो अपने क्षेत्र में पड़ते शिक्षा भारती के स्कूलों के परिवारिक सदस्य बन उन के रख रखाव में सहयोग करें।
इस अवसर पर मनोज गुप्ता की धर्मपत्नी श्री मति रितु गुप्ता, बेटी गरिमा व बेटा हार्दिक गुप्ता भी उपस्थित थे।