डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से विशेष पहलकदमी करते हुए जेलों में बंद कैदियों व हवालातियों की तंदुरुस्ती के लिए मैडिकल टैस्ट कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से केंद्रीय जेल के कैदियों व हवालातियों की स्वास्थ्य जांच के लिए विशेष अभियान 15 जून से शुरु कर दिया गया है जो कि 14 जुलाई तक चलेगा। वे आज मासिक बैठक के दौरान अलग-अलग विभागों के कार्यों की समीक्षा करने के दौरान संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) राहुल चाबा, एस.पी(मुख्यालय) मंजीत कौर भी मौजूद थे।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य जेल के सभी कैदियों के स्वास्थ्य की संपूर्ण जांच कर उनको बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत सभी कैदियों को कवर किया जाएगा। इसमें कैदियों की सैक्सुअल ट्रांसमिटिड डिजीज, एच.आई.वी, टी.बी व हैपेटाइटस की स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह डाटा किसे के साथ भी साझा नहीं किया जाएगा।
डिप्टी कमिश्नर ने इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि जिला वासियों को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में सुचारु ढंग से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं। उन्होंने कहा कि अलावा डेंगू की रोकथाम के लिए एक अभियान के तौर पर गतिविधियां और तेज की जाएं। इस दौरान उन्होंने ई.ओज व बी.डी.पी.ओज को शहरी व ग्रामीण इलाकों में डेंगू की रोकथाम के लिए लगातार फागिंग करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने डेंगू का लारवा चैक करना यकीनी बनाया जाए, ताकि डेंगू के मच्छर को पैदा होने से पहले ही रोका जा सके। उन्होंने मासिक बैठक के दौरान उन्होंने कोविड-19 संबंधी आ रहे मामलों की समीक्षा की और स्वास्थ्य विभाग को जरुरी प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी क्लीनिक के माध्यम से लोगों तक बेहतर ढंग से स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना यकीनी बनाया जाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की डिलिवरी अधिक से अधिक सरकारी अस्पतालों में करवाने के लिए गतिविधियां और तेज की जाएं। उन्होंने कहा कि डिलिवरी के दौरान बी.पी.एल परिवारों से संबंधित महिलाओं को दी जाने वाली वित्तिय सहायता भी सुचारु ढंग से दी जाए। उन्होंने ड्रग एंड कास्मैटिक एक्ट के अंतर्गत मैडिकल स्टोरों की जांच यकीनी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि अनियमितता सामने आने पर सख्त एक्शन लिया जाए। उन्होंने कहा कि टी.बी. की बीमारी संबंधी भी अधिक से अधिक जागरु कता फैलाई जाए व ऐसे मरीज सामने आने पर उनका फौरी इलाज किया जाए।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने रोड सेफ्टी संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिले में चिन्हित किए गए ब्लाइंड स्पाट्स पर कार्य किया जाए और वहांं ट्रैफिक लाइटों के अलावा हर जरुरी प्रबंध यकीनी बनाया जाए ताकि कीमती जानों को बचाया जा सके। इस दौरान उन्होंने जहां सेफ स्कूल वाहन स्कीम की समीक्षा की वहीं अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यकीनी बनाएं कि जिले के किसी भी बस स्टैंड के बाहर वाहन न खड़ें हो। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए चुने गए पांच स्कूल ऑफ एमीनेंस पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने मिड-डे-मील के अंतर्गत दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता बरकरार रखने की हिदायत भी की। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग स्कूलों में बाथरु मों व कमरों की साफ-सफाई के अलावा अन्य सुविधाएं भी यकीनी बनाएं, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल दिया जा सके। इस दौरान उन्होंने समग्रा शिक्षा अभियान व स्कूल शिक्षा विभाग के अन्य प्रोग्राम के बारे में भी जानकारी हासिल की। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्र मातृ वंदना योजना, पोषण अभियान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जी.एस.टी, एक्साइज, इंटीग्रेटिड चाइल्ड डेवलेपमेंट स्कीम, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टाप सैंटर, कृषि विभाग, स्मार्ट राशन कार्ड, फूड सेफ्टी, सहकारिता विभाग, पशु पालन विभाग, सामाजिक सुरक्षा विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की। इस मौके पर सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।