जालंधर, 23 जनवरी (न्यूज़ हंट)- कोविड टीकाकरण अभियान में और तेज़ी लाने के उदेश्य के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में आशा वर्करों और शहरी क्षेत्र में फारमासिस्ट, स्टाफ नर्सों और एएनएमज़ को किसी कारण कोविड टीकाकरण से रह गए लाभपातरियों की वैकसीनेशन के अंतर्गत अधिक से अधिक कवरेज को यकीनी बनाने के लिए विशेष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने इस सम्बन्धित जानकारी देते हुए बताया कि दिन -ब -दिन कोविड मामलों में विस्तार हो रहा है और इसके लिए सभी योग्य लाभपातरियों का सौ प्रतिशत टीकाकरण समय की मुख्य ज़रूरत है। उन्होंने बताया कि इस प्रयत्न के अंतर्गत आशा वरकरों को अपने -अपने क्षेत्रों में हर 50 व्यक्तियों का टीकाकरण करवाने पर जहाँ 150 रुपए और 100 व्यक्तियों के टीकाकरण पर 300 रुपए दिए जाएंगे, वहीं क्षेत्र में 100 प्रतिशत टीकाकरण यकीनी बनाने पर 500 रुपए प्रदान किए जाएंगे।
शहरी क्षेत्रों में दैनिक वेतन फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्सों और वैकसीनेटर के तौर पर तैनात ए.एन.एमज़ को रोजाना की 500 रुपए और डाटा अपडेट करन के लिए कंप्यूटर आपरेटरों के लिए 300 दिए जाएंगे। आशा वर्करों की सुविधा के लिए ज़िला प्रशासन की तरफ से एक हैल्पलाइन नंबर 62837 -98588 भी दिया गया है। डिप्टी कमिशनर ने आगे बताया कि आशा वर्करों को इस नंबर पर किसी भी समस्या के बारे में जानकारी देने के इलावा अपनी प्रगति का विवरण भी दे सकती है।
घनश्याम थोरी ने कहा कि चुनाव आयोग और भारत सरकार की तरफ से पहले ही कोविड टीकाकरण प्रोगराम को पहल के आधार पर तेज़ करने के निर्देश जारी किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आशा वर्करों को कोविड -19 टीकाकरण से किसी कारण रह गए योग्य लाभपातरियों की सूची तैयार करनी होगी। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारी लाभपातरियों को टीकाकरण के लिए इकठा करेंगे और इनकी रोज़ाना की प्रगति का निरीक्षण सम्बन्धित ब्लाक के एस.एम.ओज़ की तरफ से रोजाना की आधार पर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले के सभी लाभपातरियों के टीकाकरण के काम को पूरा करने के लिए ज़रूरत पड़ने पर फ़ाल्तू टीमें भी तैनात की जाएंगी।