जालंधर, 17 सितम्बर ( न्यूज़ हंट )- एक ओर सफलता प्राप्त करते हुए जालंधर निर्धारित समय -सीमा के भीतर 13.53 लाख से अधिक खसरा इंदराजों को आनलाइन करके सौ प्रतिशत ई -गिरदावरी को पूर्ण करने वाला पहला ज़िला बन गया है।
इससे सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्री घनश्याम थोरी ने बताया कि जिले में इस कार्य को पूर्ण करने के लिए एक विशाल अभ्यास शुरू किया गया था, जिस के अंतर्गत 13,53,542 खसरा नंबर आनलाइन किये गए हैं। उन्होंने बताया कि महितपुर सब तहसील में 59540 खसरा इंदराज आनलाइन किये गए हैं। जबकि 98,244, 1,61,865, 96,301, 1,33,767, 76,031, 1,41,764, 1,72,979, 79,388, 1,17,465, 1,04,858 और 1,10683 इंदराज क्रमवार जालंधर -2, शाहकोट, गुराया , फिल्लौर, लोहियाँ, नूरमहल, नकोदर, करतारपुर, जालंधर -1, आदमपुर और भोगपुर की तहसीलों /उप तहसीलों में किये गए हैं।
प्रोजैकट पर रौशनी डालते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से डिजीटाईज़ेशन की दिशा में एक अन्य कदम उठाते हुए 2020 के खरीफ की फ़सल सीजन के लिए फसलों की ई -गिरदावरी करने के आदेश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि गिरदावरी एक दस्तावेज़ है, जिस में पटवारी की तरफ से मालिक के नाम, काश्तकार का नाम, ज़मीन /खसरा नंबर, क्षेत्र, ज़मीन की किस्म, खेती और ग़ैर खेती क्षेत्र, सिंचाई के साधन, फ़सल का नाम और इस की हालत, मालीया और मालीए की दर आदि साल में कम से कम दो बार दर्ज किया जाता है।
डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने कहा, “कई आधिकारियों को गिरदावरी को आनलाइन करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी और सौ प्रतिशत रिकार्ड को निर्धारित समय में आनलाइन अपडेट किया गया है।”
श्री थोरी ने बताया कि ज़िला प्रशासन की तरफ से इस कार्य को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण करने को यकीनी बनाने के लिए चौबीस घंटे काम किया गया, जिससे किसान भाईचारे को रेवेन्यू रिकार्ड के डिजीटाईज़ होने से लाभ प्राप्त हो सके।