माहिलपुर (होशियारपुर), 04 दिसंबर (न्यूज़ हंट)- श्री आनंदपुर साहिब से लोक सभा सदस्य मनीष तिवारी ने कहा कि देश के सामने आज बहुत चुनौतियां, जिस तरह केंद्र सरकार हमारे अधिकारों का हनन कर रही है, ऐसे में देश के नौजवान को आगे आकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा कि पंजाब की किसानी को बचाने के लिए जिस तरह प्रदेश के नौजवान ने अपनी अहम भूमिका निभाई है, उसी तरह उसे पंजाब को आनेे वाली चुनौतियों का भी डटकर सामना करना पड़ेगा। वे आज श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कालेज में पंजाब विश्वविद्यालय के जोनल युवक व विरासती मेले में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की और कालेज को एम.पी. लैडस फंड से 5 लाख रुपए देने की घोषणा भी की।
सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि नौजवानों के इस एकत्रीकरण को देखकर उन्हें ऊर्जा मिली है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस कालेज से निकले विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए देश विदेश में कालेज का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के युवक व विरासती मेले में हमें अपने संस्कृति व विरासत को याद दिलाते हैं। विद्यार्थियों को आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब के भविष्य को बचाने के लिए नौजवानों को पहल करनी होगी क्योंकि आने वाले कुछ वर्ष पंजाब का भविष्य तय करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि जब किसानों के अधिकारों का केंद्र की एन.डी.ए. सरकार ने हनन करने की कोशिश की तब पूरा पंजाब दलगत राजनीतिक को छोड़ एकजुट होकर किसानों के साथ खड़ा हुआ और केंद्र को अपना फैसला वापिस लेने के लिए मजबूर किया। इसी तरह पंजाब के नौजवानों को आने वाले समय में पंजाब के हितों व देश में लोकतंत्र को गरिमा को बरकरार रखने के लिए खड़ा होना होगा।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद तिवारी ने कहा कि मुख्य मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी गरीबों से जुड़े हुए हैं और उन्होंने बहुत ही कम समय में सभी वर्गों के हितों का ध्यान में रखते हुए विकास कार्य करवाए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रदेश तब तक तरक्की नहीं कर सकता जब तक उसके साधन व खर्चे मेल नहीं खाते। इस लिए लोगों को जागरुक होकर अपने जन प्रतिनिधियों व नेताओं से भी सवाल करने होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र की एन.डी.ए सरकार ने पंजाब के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया है। उन्होंने कृषि कानूनों संबंधी पूछे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने लोक सभा में मांग रखी थी कि किसान आंदोलन में शहीद हुए हर किसान के परिवार को केंद्र सरकार 5 करोड़ रुपए आर्थिक सहायता व एक सरकारी नौकरी दे लेकिन केंद्र सरकार ने कहा कि उनके पास शहीद किसानों का आंकड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने किसान हित में फैसला लेते हुए न सिर्फ पीडि़त किसान परिवारों की आर्थिक मदद की बल्कि उनके पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र भी सौंपे। उन्होंने कहा कि केंद्र की एन.डी.ए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपना उत्तरदायित्व निभाएं। इस दौरान कालेज प्रबंधक कमेटी की ओर से सांसद मनीष तिवारी को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर सिख एजुकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष सुरिंदर सिंह भुल्लेवालराठां, मैनेजर इंद्रजीत सिंह, महासचिव गुरिंदर सिंह बैंस, सचिव गुरमेल सिंह गिल, प्रिंसिपल डा. जसपाल सिंह, प्रो. परविंदर सिंह, हरपाल सिंह हरपुरा, दलजीत सहोता, पवन दीवान, हरबंस सिंह, सुरिंदर पाल सिंह, प्रिंसिपल प्रीत महिंदर सिंह, प्रो. जे.बी. सेखों, पवनदीप कौर चीमा, सरवन सिंह गुरदेव सिंह गिल अर्जुन अवार्डी, प्रो. राकेश कुमार, प्रो. विमला जसवाल, वरिंदर कुमार के अलावा अन्य गणमान्य भी मौजूद थे।