न्यूज हंट. चंडीगढ़/ तरन तारन : पंजाब पुलिस की तरफ से तरन तारन के एक दुकानदार गुरजंट सिंह के कत्ल के दोष में दो शूटरों समेत चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किये जाने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा निर्देशों पर गैंगस्टरों के विरुद्ध चल रही जंग को एक और सफलता हासिल हुई है। यह जानकारी देते हुये डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने आज यहाँ बताया कि गुरजंट सिंह की 11 अक्तूबर, 2022 को उसकी दुकान पर दो हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।
गिरफ्तार किये गए व्यक्ति कैनेडा स्थित आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ लंडा और यूरोप आधारित आतंकवादी सतपाल सिंह उर्फ सत्ता के नज़दीकी साथी हैं, जो आगे बब्बर खालसा इंटरनेशनल ( बीकेआई) के पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविन्दर सिंह रिन्दा से सम्बन्धित हैं। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किये गए शूटरों की पहचान तरन तारन के गाँव शेरों के गुरकीरत सिंह उर्फ घुग्गी और तरन तारन के नौशहरा पन्नूआं के अजमीत सिंह के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि दो और व्यक्ति, जो शूटरों को हथियार और अन्य लौजिस्टिक सहायता प्रदान करते थे, की पहचान बटाला के हरमनजोत और अकाशदीप के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इनके पास से दो 9 एमएम और दो .30 बोर समेत चार पिस्तौल भी बरामद किये हैं।
यह कार्यवाही इस केस में दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी से चार दिन बाद अमल में लाई गई है, जिनकी पहचान तरन तारन के गाँव शेरों के रवीशेर सिंह उर्फ रवि और तरन तारन के नौशहरा पन्नूआं के वरिन्दर सिंह उर्फ भिंडी के तौर पर हुई है, जिन्होंने इस मामले में रेकी और गोलीबारी को अंजाम दिया था। पुलिस ने उनके कब्ज़े में से एक .30 बोर का पिस्तौल और दो कारें जिनमें हुंडयी वर्ना और वोलकसवैगन वैंटो शामिल हैं- जो कि अपराध में इस्तेमाल की गई थीं, भी बरामद की हैं।
सीपी अमृतसर अरुण पाल सिंह ने बताया कि विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर तरन तारन पुलिस, कमिशनरेट पुलिस अमृतसर और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीऐफ) ने एक सांझे आपरेशन के दौरान चारों मुलजिमों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक जांच से पता लगा है कि पकड़े गए व्यक्ति लंडा और रिन्दा के इशारे पर अमृतसर के इलाके में एक और सुनियोजित हत्या को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।
तरन तारन के एसएसपी रणजीत सिंह ढिल्लों ने खुलासा किया कि गुरजंट और उसके चचेरे भाई अरशदीप सिंह उर्फ बाटी, जो कि सतनाम सत्ता और लंडा का करीबी है, के बीच पारिवारिक झगड़ा चल रहा था और उसे दिल्ली स्पैशल सैल ने कुरूक्षेत्र आईईडी प्लांटिंग मामले में गिरफ्तार किया था। लंडा और सत्ता ने गुरजंट, जोकि उनके अनुसार पुलिस का मुखबिर था और अरसदीप बाटी को गिरफ्तार करवाने में भी गुरजंट की अहम भूमिका थी, का कत्ल करके बाटी की गिरफ्तारी का बदला लिया।’’
ज़िक्रयोग्य है कि थाना सदर तरन तारन में आइपीसी की धारा 302, 506 और 120-बी और हथियार एक्ट की धारा 25/ 54/ 59 के अंतर्गत एफआईआर नंबर 200 तारीख़ 11. 10. 2022 को मामला पहले ही दर्ज है।