23 जून ( न्यूज़ हंट ) :
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूथगढ़ और उसके स्वास्थ्य केंद्रों में 18 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति के लिए कोविड टीकाकरण शुरू किया गया है. वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. यह जानकारी देते हुए आज यहां सुश्री जसकिरणदीप कौर ने कहा कि बूथगढ़, खिजराबाद और पलहेरी में स्थायी टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं, जबकि अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में अलग-अलग दिनों में टीकाकरण किया जा रहा है. उन्होंने पीएच.डी. उन्होंने बूथगढ़ और आसपास के अन्य गांवों में 18 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की कि वर्तमान में दवा की कोई कमी नहीं है और वे इन केंद्रों पर आकर कोविड वैक्सीन का टीका लगवाएं. “बुजुर्गों को जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए,” उन्होंने कहा।
डॉ जसकिरणदीप कौर ने कहा कि स्वास्थ्य प्रखंड बूथगढ़ अंतर्गत 120 गांवों में टीकाकरण के लिए 12 टीमें बनाई गई हैं जो प्रतिदिन विभिन्न गांवों में टीकाकरण शिविर लगा रही हैं. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी लहर समाप्त हो रही है लेकिन संभावित तीसरी लहर के खिलाफ सभी को टीका लगाने की जरूरत है। Covshield और covacin को अभी इंजेक्ट किया जा रहा है। उन्होंने शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय का हवाला देते हुए कहा कि टीकाकरण से शरीर को कोरोना महामारी से लड़ने की ताकत मिलती है. यदि कोई व्यक्ति टीकाकरण के बाद भी संक्रमित हो जाता है, तो रोग गंभीर नहीं होता है और रोगी को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है। एसएमओ “वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और सभी को बिना किसी डर के टीका लगाया जाना चाहिए,” उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी व्यक्ति में इस दवा का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पाया गया है।
उन्होंने कहा कि जो लाभार्थी टीकाकरण कराना चाहते हैं, वे अपना आधार कार्ड अपने साथ ले जाएं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह टीका नि:शुल्क लगाया जा रहा है। एसएमओ उनके मुताबिक टीकाकरण के बाद भी तमाम सावधानियां बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें और अपने चेहरे को मास्क से ढकें और एक दूसरे से आवश्यक दूरी बनाकर रखें। अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोना भी महत्वपूर्ण है। किसी भी जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है। इस अवसर पर कोविड टीकाकरण के नोडल अधिकारी डॉ. विकास रणदेव, डॉ. सुबिन सरोया, सीएचओ करमजीत कौर, रविंदरपाल कौर सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।