डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने जिले के समूह इनपुट्स डीलरों को कोई भी खाद, बीज या कीड़ेमार दवाईयों के साथ किसी भी तरह की टैगिंग करने से गुरेज करने की सख्त हिदायत की है। उन्होंने कहा कि यदि कोई कृषि इनपुट डीलर की ओर से किसी भी तरह की टैगिंग का मामला पाया गया तो उसके विरुद्ध बनती कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने किसानों को मानक खाद, बीज, कीड़ेमार दवाईयों की सप्लाई यकीनी बनाने की बात पर जोर देते हुए कृषि विभाग को सख्ती से इस बात को लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि व किसान कल्याण विभाग की ओर से समय-समय पर कैंपों के माध्यम से इनपुट्स खरीदने के समय बिल अनिवार्य लेने संबंधी जागरुक किया जाता है। इसके साथ ही विभाग की ओर से खाद, बीज व कीड़ेमार दवाईयों के विक्रेताओं की क्वालिटी कंट्रोल के अंतर्गत चैकिंग की जाती है व सैंपल भी भरे जाते हैं।
मुख्य कृषि अधिकारी डा. गुरदेव सिंह ने समूह किसानों को अपील की कि कृषि संबंधी कोई भी इनपुट खरीदने के समय डीलर की ओर से इसका बिल लेना यकीनी बनाया जाए व किसी भी तरह की टैगिंग संबंधी शिकायत होने पर नजदीकी ब्लाक कृषि अधिकारी के ध्यान में लिखित लाया जाए ताकि संबंधित डीलर के विरुद्ध बनती कार्रवाई अमल में लाई जा सके। डा. गुरदेव सिंह ने बताया कि उन्होंने जिला विकास कोआर्डिनेशन व मानिटरिंग कमेटी की बैठक के दौरान केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश को खादों की निर्विघ्न व समय पर किसानों को उपलब्ध करवाने के लिए जिले में ही खादों की पहुंच के लिए रैक की उपलब्धता करवाने की प्रार्थना की है।