फगवाड़ा 6 अक्टूबर (शिव कौड़ा) कौमी सेवक रामलीला कमेटी की ओर से श्री हनुमानगढ़ी मंदिर में आयोजित की जा रही रामलीला की तीसरी नाईट में सीता स्वयंवर के दृश्य डायरेक्टर नरिंद्र शर्मा निंदी एवं किशोर हीर के निर्देशन में प्रस्तुत किये गये। कमेटी चेयरमैन बलदेव राज शर्मा एवं प्रधान इंद्रजीत करवल की अध्यक्षता में आयोजित तीसरी नाईट में मुख्य अतिथियों के रूप में समाज सेवक विपन धीर, प्रदीप चट्टानी एस.डी.ओ. सीवरेज विभाग और बिट्टू वालिया ने संयुक्त तौर पर रिबन काटकर व ज्योति प्रज्जवलित करके करवाया। इस नाईट में इस दौरान भगवान श्री राम द्वारा अपने अनुज भ्राता लक्ष्मण के साथ ताडक़ा वध एवं अन्य राक्षसों का संहार करके महर्षि विश्वामित्र के आग्रह पर श्रापित ऋषि पत्नी अहिल्या का उद्धार करते हुए जनकपुरी गमन करते हैं। जहां महाराज जनक की पुत्री सीता के स्वयंवर में भगवान शिव का धनुष भंग कर भगवान राम ने सीता से विवाह किया। इसी दौरान धनुष भंग होने से क्रोधित होकर पहुंचे भगवान परशुराम से लक्ष्मण के संवाद का भी सुन्दर चित्रण प्रस्तुत किया गया। जिसके बाद भगवान राम गूढ़ संवाद के द्वारा अपने अवतरण का अनुभव परशुराम जी को करवाते हैं। जिससे प्रसन्न होकर भगवान परशुराम हिमालय गमन के लिये प्रस्थान करते हैं और भगवान राम एवं माता सीता वरमाला के द्वारा परिणय सूत्र में बंधते हैं। विश्वामित्र की भूमिका लक्ष्मण दास सुमन और भगवान परशुराम मनप्रीत संधू, राजा जनक की भूमिका नरिंदर शर्मा, प्रभु राम की भूमिका में नितीश हांडा, माता सीता के रूप में हरीश कुमार, लक्ष्मण की भूमिका में परमजीत कुमार, ताडक़ा अशोक कुमार, मारीच व सुबाहु की भूमिका में अवतार पम्मा, अभिलाष, मंत्रियों की भूमिका में सुनील कुमार, साहिल भार्गो, प्रेम लाल शर्मा, ओंकार सूद, जतिन टंडन, योगेश नानी, चेतन शर्मा, लक्की, कृष्णा ने दर्शकों को प्रभावित किया। मंच का संचालन लैक्चरार हरजिंदर गोगना एवं रंजीत पाबला द्वारा बाखूबी किया गया। इस अवसर पर कमेटी सरपरस्त तिलक राज कलूचा, तरसेम लाल सुमन, कीमती लाल शर्मा, कृष्ण बजाज, उप प्रधान दीपक भारद्वाज, वेद प्रकाश तनेजा, रविंदर कुमार (नीटा) एडवोकेट, महासचिव राजेश शर्मा, कैशियर विक्रम शर्मा, चरणजीत पहलवान, प्रदीप शर्मा, गुरदीप सैनी, रमन शर्मा, पंकज चावला, संजू चहल, राजेश पलटा सहित भारी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।