दुनिया के बहुत सारे लोग वॉशरूम के अंदर काफ़ी समय बिताते हैं। कुछ लोग मिनट तो कुछ घंटों अंदर बंद होकर बिताते हैं। ये लोग टॉयलेट में बैठकर अखबार या मैगज़ीन पढ़ते हैं, फ़ोन चलाते हैं, सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हैं, ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये आदत सेहत के लिए बेहद खतरनाक है क्योंकि 5 मिनट से ज़्यादा टॉयलेट में बैठने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
The Sun में छपी रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन के लोग हफ़्ते के 3-3.5 घंटे टॉयलेट में बिताते हैं। 2018 में Hindware के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप सोमानी ने भी कहा था कि भारतीय पहले 5-10 मिनट टॉयलेट में बिताते थे, अब 40 मिनट तक टॉयलेट में बिताते हैं।
Topps Tiles के अनुसार एक व्यक्ति दिन में 4-7 बार टॉयलेट जाता है और औसतन 5 मिनट टॉयलेट में बिताता है। इसकी वजह है कि वो प्राकृतिक क्रिया से निपटने के बावजूद फ़ोन चलाता रहता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, टॉयलेट में फ़ोन चलाने से आपके फ़ोन पर 18 गुना ज़्यादा किटाणु जमा होने की संभावना है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, टॉयलेट में ज़्यादा देर तक बैठने से या खुद पर बहुत ज़्यादा ‘स्ट्रेन’ देने की वजह से हेमोरॉयड्स (Hemorrhoids) या पाइल्स की समस्या हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट स्टेफ़नी टेलर के मुताबिक टॉयलेट में ज़्यादा देर तक बैठना लोगों को अच्छा लग सकता है लेकिन इस आदत से रेक्टम को नुकसान पहुंचता है। स्टेफ़नी टेलर के अनुसार, ‘जब आप बैठते हैं तब आपका Anus लोअर बॉडी से अलग लेवल पर होता है। इससे लोअर रेक्टम की नसों पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है जिससे हेमोरॉयड्स की समस्या हो सकती है।’
पाइल्स कई बार अपने आप सही हो जाते हैं लेकिन इंफ़ेक्शन बढ़ने से डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है। स्टूल पास करने के लिए बहुत ज़्यादा प्रेशर देने से भी पाइल्स की समस्या हो सकती है। इसके अलावा एनल फ़िज़र्स (Anal Fissures) भी हो सकता है। स्टेफ़नी ने बताया कि सबसे खतरनाक केस में रेक्टल प्रोलैप्स (Rectal Prolapse) नामक बीमारी भी हो सकती है। स्टडी और एक्सपर्ट्स के अनुसार टॉयलेट में 5 से 15 मिनट से ज़्यादा समय नहीं बिताना चाहिए।