26 मई ,2021
मौसम बदल गया, तपती गर्मी आई, आंदोलन के छह महीने और नरेंद्र मोदी के शासनकाल के 7 साल पूरे हुए. किसानों के यूनियन संयुक्त मोर्चा ने 26 मई को ‘काला झंडा दिवस’ घोषित किया है. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि कृषि कानूनों को लेकर वह किसानों के साथ दोबारा तत्काल संवाद शुरू करे वर्ना आंदोलन तेज़ किया जाएगा.
कृषि कानूनों के खिलाफ़ किसानों का ये आंदोलन असल में सितंबर, 2020 से ही पंजाब और हरियाणा में जारी था लेकिन जब किसानों को लगा कि उनकी बात दिल्ली तक नहीं पहुंच पा रही तो नवंबर के आख़िर में किसान दिल्ली के लिए कूच कर गए.
बीते छह महीने के अरसे में किसानों ने सड़कों पर लगे तंबुओं और ट्रॉलियों को अपना घर बना लिया है