जालंधर ,04 जून 2021: (न्यूज़ हंट )
ज़िला प्रशासन की तरफ से कोरोना वायरस महामारी का असरदार ढंग से मुकाबला करते हुए ज़िले में पिछले ढाई महीने दौरान कोविड मामलों की संख्या में रिकार्ड कमी सामने आई है, जिससे ज़िले भर के कोविड संभाल अस्पतालों (सुविधाओं) में 75 प्रतिशत बैंड खाली हो गए हैं।
ज़िले में वायरस को फैलने से रोकने के लिए ज़िला प्रशासन की तरफ से अपनाई गई बहु- आयोगी रणनीति के बारे में बताते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर श्री घनश्याम थोरी ने बताया कि ज़िले में अब स्थिति पूरी तरह काबू में है। उन्होनें कहा कि ज़िले की अलग -अलग कोविड संभाल सुविधाओं में 2000 बैडो का प्रबंध किया गया था, जिसमें से अब 1500 बैड (75 प्रतिशत) खाली पड़े है, जो कि स्थिति में हुए सुधार को दिखाते हैं। उन्होनें बताया कि बैंडो के मामलो में ही नहीं ,बल्कि ज़िले में लगतार कोविड कारण होने वाली मृत्यु दर में भी सुधार हो रहा है और जालंधर राज्य भर के 22 जिलों के सी.एफ.आर.इंडैक्स में 18वें स्थान पर आ गया है। उन्होनें बताया कि सी.एफ.आर. की ताज़ा रिपोर्ट अनुसार जालंधर ज़िले में कोविड कारण होने वाली मृत्यु दर 2.30 प्रतिशत है। उन्होनें बताया कि ज़िले में 60733 पाजिटिव केस सामने आए थे, जिनमें से 1394 मौतें हुई है।
डिप्टी कमिश्नर ने सभी स्वास्थ्य संभाल कामगारों और फ्रंट लाईन योद्धाओं की तरफ से ज़िले में वायरस को फैलने से रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासों की भी प्रशंसा गई। उन्होनें कहा कि जिला निवासियों ने राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के चलते दिशा निर्देशों और पाबंदियों की सख़्ती से पालना की है।
श्री थोरी ने बताया कि कोरोना वायरस के मामलें में आ रही कमी को देखते हुए ज़िला प्रशासन की तरफ से आर्थिक गतिविधियों को और सुचारू ढंग से चलाने के लिए पाबंदियों को हटाते हुए सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 5 से शाम 6 बजे तक दुकानें खोलने की इजाज़त दी गई है। उन्होनें ज़िला निवासियों से अपील करते हुए कहा कि भविष्य में भी इसी तरह स्थिति में सुधार लाने के लिए सहयोग दिया जाये ,जिससे इन पाबंदियों को दोबारा लगाने की ज़रूरत न पड़े। उन्होनें ज़ोर देते हुए कहा कि कोविड वायरस संबंधी पाबंदियों को अपना कर ही हम इस घातक वायरस को फैलने से रोक सकते हैं।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग के आधिकारियों से बैठक दौरान कोविड -19 की मौजूदा स्थिति का भी जायज़ा लिया।