अमेरिका और चीन अब संयुक्त राष्ट्र में नस्लवाद के मसले पर भिड़ गए। दोनों देशों ने शुक्रवार को एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। अमेरिका ने चीन पर उइगर मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ नरसंहार के आरोप लगाए। इसके जवाब में चीन ने अमेरिका पर भेदभाव और नफरत फैलाने के आरोप मढ़ दिए। इससे पहले अमेरिका और चीन के बीच अलास्का में हुई उच्च स्तरीय बैठक के दौरान दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के बीच कैमरे के सामने नोकझोंक हुई थी।
अमेरिका और चीन के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय नस्ली भेदभाव उन्मूलन दिवस कार्यक्रम के दौरान यह टकराव देखने को मिला। अमेरिकी राजदूत थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा कि दासता दुनिया के हर कोने में मौजूद है। इसी तरह नस्लवाद भी एक चुनौती है। उन्होंने कहा, ‘चीनी सरकार ने शिनशियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के खिलाफ नरसंहार और मानवता के विरुद्ध अपराध किए।’ इस पर संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप राजदूत दाई बिंग ने कहा कि अमेरिका के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। झूठ केवल झूठ होता है। उन्होंने अमेरिका पर चीन के आंतरिक मामलों में दखल देने का आरोप भी लगाया।