न्यूज हंट. जालंधर : निजी स्कूलों ने यदि मनमानी से फीस बढ़ाई, वर्दियां व किताबें पसंदीदा दुकान से खरीदने के लिए अभिभावकों पर दबाव डाला तो 30 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा। मान्यता रद करने की भी कार्रवाई भी की जाएगी। यह फैसला एडीसी कम जिला स्तरीय रेगुलेटरी कमेटी के चेयरमैन मेजर अमित सरीन ने कमेटी की बैठक के दौरान सुनाया। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे फीस बढ़ाने, दुकान विशेष से किताबें व वर्दियों बेचने, ओवरचार्ज करने आदि की शिकायत लेकर कमेटी के पास आ सकते हैं। कमेटी यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी शिकायत पेंडिंग न रहे। मनमानी करने वाले स्कूलों पर जुर्नाना भी लगेगा और एनओसी रद करने की भी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि सभी सभी स्कूल व शिक्षण संस्थान निर्देशों का ध्यान रखें। स्कूल सुनिश्चित करें कि वे किसी भी अभिभावक को किताबें, वर्दियां खरीदने के लिए मजबूर नहीं करेंगे और कम से कम शहर की 20 दुकानों में स्कूल की किताबें होनी अनिवार्य है। एडीसी ने कहा कि स्कूलों की तरफ से शिक्षा देना ही असल कार्य है इसे मुनाफा व व्यापार का साधन नहीं बनाना चाहिए। इस मौके पर उप जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी राजीव जोशी, कमेटी मैंबर एडवोकेट मनू जिंदल सहित अन एडिड स्कूलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।