सांसद ने झांकियों पर फूल बरसाए और उन्हें पंजाब के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शित करने के लिए राज्य सरकार की सराहना की
लोगों ने राज्य में इन झांकियों को प्रदर्शित करने के लिए पंजाब सरकार का धन्यवाद किया
जालंधर, 29 जनवरी 2024 (न्यूज़ हंट)- राज्य के समृद्ध और गौरवशाली इतिहास को प्रदर्शित करने वाली झांकियों का आज शहर पहुंचाने पर लोगों ने फूलों की वर्षा कल जोरदार स्वागत किया । स्थानीय नकोदर चौक पर सांसद सुशील कुमार रिंकू सहित अन्य गणमान्य लोगों ने इन झांकियों का शहर में पहुंचने पर स्वागत किया।
लोगों को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस समारोह में इन झांकियों को शामिल न करके पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार किया है, जो कि समूह पंजाबियों और हमारे महान शहीदों का भी अपमान है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब को देश के अन्नदाता के रूप में भी जाना जाता है और राज्य की झांकी को परेड़ में जगह मिलनी चाहिए थी। उन्होंने पूरे राज्य में इन झांकियों को प्रदर्शित करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को भी धन्यवाद दिया जिससे लोगों को यह पता चल रहा है कि केंद्र सरकार ने हमारी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को कैसे खारिज कर दिया है। ये झांकियां श्री गुरु रविदास चौक से होते हुए शहर में दाखिल हुईं, फिर डॉ. बी.आर. अम्बेडकर चौक होते हुए अंत में नगर निगम परिसर के बाहर श्री राम चौक पर रुकी। कल ये झांकियां पीएपी चौक से होते हुए अमृतसर जिले के लिए मार्च करेंगी।
इन झांकियों में जलियांवाला बाग कांड को चित्रित किया गया है, साथ ही शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा, शहीद उधम सिंह, बाबा सोहन सिंह भकना, लाला लाजपत राय, शहीद सुखदेव, लाला हरदियाल, सरदार अजीत सिंह, बाबा खड़क सिंह, मदन लाल ढींगरा, डॉ. दीवान सिंह कालेपानी के अलावा अन्य महान हस्तियों के चित्र भी शामिल हैं।
इसी प्रकार, दूसरी झांकी के माध्यम से, महिला सशक्तिकरण पर जोर देने के लिए महान सिख महिला योद्धा माई भागो की एक विशाल प्रतिमा प्रदर्शित की गई है। इसी तरह, माई भागो आर्म्ड फोर्सेस प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट फॉर गर्ल्स ने उन सफल लड़कियों के चित्र प्रदर्शित किए हैं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में प्रसिद्धि अर्जित की है। इसी तरह तीसरी झांकी के जरिए पंजाब की समृद्ध विरासत और सभ्यता की झलक पेश की गई है।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह की परेड़ में पंजाब की झांकियों को शामिल नहीं करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इन झांकियों को पंजाब के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शित करने की घोषणा की थी।
इन झांकियों को देखने के बाद लोगों ने पंजाब सरकार को धन्यवाद दिया क्योंकि उन्हें इससे पंजाब के महान गौरवशाली इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम और महिला सशक्तिकरण में पंजाबियों के योगदान की झलक मिली। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रयास हमारे युवाओं को पंजाब की समृद्ध विरासत और स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों की भूमिका से अवगत कराने में एक मील का पत्थर साबित होगा।