न्यूज हंट. इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रैली में फायरिंग हुई है। गोलीबारी में खुद इमरान खान भी जख्मी हुए हैं। उनके अलावा 9 और लोग घायल बताए जा रहे हैं। एक शख्स की मौत की पुष्टि भी कर दी गई है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इमरान खान को लाहौर के अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। जहाँ उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक दो हमलावरों ने वजीराबाद में हुई रैली के दौरान फायरिंग की थी। उनमें से एक को तो मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया गया, वहीं दूसरे शख्स को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
हमले के बाद इमरान खान की पहली प्रतिक्रिया आई
इमरान खान की इस घटना पर पहली प्रतिक्रिया आ गई है। उन्होंने कहा है कि अल्लाह ने उन्हें नई जिंदगी बख्शी है। वे लिखते हैं कि अल्लाह ने मुझे ये दूसरी जिंदगी दी है। इंशाल्लाह मैं फिर वापसी करूंगा, लड़ाई जारी रखूंगा।
फवाद चौधरी का दावा– AK 47 से हुई फायरिंग
फवाद चौधरी के मुताबिक इमरान खान पर एके 47 से फायरिंग की गई है। उनके पैर में गोली लगी है और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक हमलावर हाथ में बंदूक के साथ नजर आ रहा है। पुलिस ने फायरिंग के तुरंत बाद उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
क्या है तोशखाना मामला, क्यों प्रदर्शन कर रहे इमरान?
वैसे जिस मामले को लेकर इमरान खान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वो 2018 का है। असल में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने तोशखाना मामले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की संसद सदस्यता रद्द कर दी। खान पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए जो तोहफे लिए थे, उसके बारे में गलत जानकारी दी। असल में इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे। उन्हें कई यूरोपीय देशों के राष्ट्रप्रमुखों से भी बेशकीमती गिफ्ट मिले थे, जिन्हें इमरान ने तोशाखाना में जमा करा दिया था। लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने बकायदा कानूनी अनुमति दी थी। आरोप लगा कि इमरान को कुल 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इसी मामले में इमरान की सदस्यता रद्द करने का फैसला हुआ। उस फैसले के बाद ही इमरान खान ने शरीफ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और 28 अक्टूबर को लाहौर से आजादी मार्च शुरू किया गया। जगह-जगह इमरान बड़ी रैली कर जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। आर्मी से लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं लेकिन गुरुवार को हुई रैली के दौरान ये बड़ी घटना हो गई। उनके कार्यक्रम में गोलीबारी हुई, ऑटोमेटिक गन से फायरिंग की गई और खुद इमरान उसमें घायय हो गए। इस समय मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है और स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है।
हमले पर भारत ने क्या कहा?
भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय ने भी पाकिस्तान में हुई इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दे दी है। कहा गया है कि स्थिति पर पैनी नजर रखी हुई है। स्टेटमेंट में कहा गया है कि हम स्थिति को ध्यान से देख रहे हैं। अभी इस घटना को लेकर कई डेवलपमेंट आ रही हैं लेकिन ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।