चंडीगढ़ 30 जुलाई ( न्यूज़ हंट ) – उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने मोहाली में औद्योगिक भूमि की नीलामी में घोटाले के आरोपों को बेतुका और निराधार बताते हुए गुरुवार को कहा कि संपत्ति का स्वामित्व और कब्जा, जिसे जेसीटी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को आवंटित किया गया था, अब परिसमाप्त हो गया है, अभी भी एआरसीआईएल के पास है।
कोई नुकसान नहीं हुआ- राज्य को कोई आर्थिक नुकसान नहीं हुआ है। इसके अलावा, ई-नीलामी में पंजाब सरकार की कोई भूमिका नहीं है, जो आरबीआई के साथ पंजीकृत एक एजेंसी द्वारा की गई थी। -सुंदर शाम अरोड़ा, उद्योग मंत्री
विपक्ष, खासकर शिअद और आप पर निशाना साधते हुए अरोड़ा ने कहा कि निराधार तथ्यों पर आधारित आरोप राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने की उनकी हताशा को दर्शाते हैं। प्लॉट की नीलामी एसेट रिकंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एआरसीआईएल) द्वारा फरवरी 2020 में की गई थी। आवंटी, जेसीटी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, डिफॉल्टर बन गया था, जिसके परिणामस्वरूप यह परिसमापन में चला गया। कंपनी को बंद करने का आदेश देते हुए, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने संपत्ति को संभालने के लिए एक आधिकारिक परिसमापक नियुक्त किया।