नई दिल्ली. ताजा स्टडी में कोरोना से भी खतरनाक वायरस मिलने का दावा किया गया है। हालांकि ये वायरस अब तक सिर्फ रूस के चमगादड़ों में पाया गया है, लेकिन मेडिकल एक्सर्ट्स का मानना है कि ये इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। अगर ऐसा हुआ परिणाम गंभीर हो सकते हैं। यह अध्ययन अमेरिकी चिकित्सा वैज्ञानिकों की एक स्टडी मेडिकल जर्नल PLOS पैथोजेन में प्रकाशित हुआ है। इसके मुताबिक मौजूदा कोविड टीके वायरस ‘खोस्ता -2’ पर बेअसर हैं, लेकिन इसमें एक बीमारी के रूप में विकसित होने के लिए जरूरी माने जाने वाले जीन की कमी है। ये स्टडी एक रूसी चमगादड़ में सार्स-कोव-2 के जैसे एक नए वायरस की खोज पर आधारित है। इसको लेकर मेडिकल एक्सपर्ट्स का दावा है कि ये वायरस इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। मौजूदा समय में वायरस से बचाव के उपलब्ध टीके इसे रोकने के लिए कारगर साबित नहीं हो रहे।
खोस्ता -1 और खोस्ता -2 वायरस 2020 में रूसी चमगादड़ों में खोजे गए थे। शुरुआती जांच में ये कहा गया कि ये इंसानों के लिए खतरनाक नहीं हैं, लेकिन बाद में पता चला कि खोस्ता -2 कोविड 19 से भी खतरनाक है। इसे वर्तमान कोविड टीकों के सीरम और प्रभावों से समाप्त नहीं किया जा सकता। रूसी चमगादड़ों में इस खतरनाक वायरस की खोज करने वाली मेडिकल एक्सपर्ट्स की टीम का कहना है कि अब किसी यूनिर्सल टीके की जरूरत है। तभी सर्बेकोवायरस से बचा ज सकता है। मेडिकल साइंटिट्स ने कहा कि फिलहाल घबराने जैसी कोई बात नहीं है। सर्बेकोवायरस एक रेस्पिरेटरी वायरस हैं जो अक्सर रेकॉम्बिनेशन की प्रक्रिया से गुजरता रहते हैं। बता दें कि अमेरिका में वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने सबसे पहले साल 2020 के अंत में रूसी चमगादड़ों में वायरस की खोज की थी।
एक वायरोलॉजिस्ट के हवाले से मिरर यूके ने अपने लेख में कहा, “हमारा शोध आगे एशिया के बाहर वन्यजीवों में फैलने वाले सरबेकोवायरस लेकर जारी रहेगा। नया वायरस पश्चिमी रूस समेत वैश्विक स्वास्थ्य व SARS-CoV-2 के खिलाफ चल रहे वैक्सीन अभियानों के लिए भी खतरा है। वायरोलॉजिस्ट ने दावा किया कि आनुवंशिक रूप से फैलने वाले ये अजीब रूसी वायरस पहले मौजूद कुछ अन्य वायरस से मिलते जुलते है, लेकिन SARS-CoV-2 से भी खतरनाक हैं।