जालंधर, 4 दिसम्बर (न्यूज़ हंट)- पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने आज विद्यार्थियों को अपने -अपने क्षेत्रों में महारत हासिल करने का न्योता दिया ,जिससे वह अपने पेशेवर कौशल के साथ देश की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा कि देश का विकास इसके मानवीय स्रोतों के विकास से बिना असंभव है।
यहाँ डी.ए.वी. इंस्टीट्यूट आफ फिज़ीओथैरेपी एंड रेहैबिलीटेशन में हुए सम्मान और इनाम बाँट समारोह की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि शिक्षा में निवेश करना समय की ज़रूरत है, क्योंकि इसके साथ न सिर्फ़ रोज़गार योग्यता में विस्तार होगा ,बल्कि हमारे युवा विश्व स्तरीय मुकाबलो के इस समय में दुर्लभ प्राप्तियाँ हासिल करने के योग्य बन सकेंगे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र को आज के समय के साथी बनाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से जा रही पहलकदमियों पर भी रौशनी डाली। उन्होंने कहा कि जितना ज़्यादा हम शिक्षा में निवेश करते हैं, उतने ही थोड़े समय में देश का विकास यकीनी होता है।
श्री सिंह ने कहा कि डी.ए.वी. की तरफ से देश भर में अपने विद्यार्थियों को बढिया शिक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने अपने एच्छिक फंड में से डी.ए.वी. इंस्टीट्यूट आफ फिज़ीओथैरेपी और रेहैबिलीटेशन के लिए पाँच लाख रुपए की अनुदान देने का ऐलान किया। इसके इलावा डी.ए.वी. ग्रुप को इसके भविष्य के यतनों में पूरा सहयोगु देने का भरोसा भी दिलाया।
फिज़ीओथैरेपी को विशेषतौर पर खिलाड़ियों के लिए प्रमुख पेशा बताते हुए मंत्री ने अपना निजी अनुभव भी सांझा किया ,जब वह 90 के दशक में स्योल में एशियायी खेल के फ़ाईनल से पहले ज़ख़्मी हो गए थे और कैसे फिज़ीओथैरेपिस्टों ने उसे रातों रात ठीक किया, जिससे वह खेल में हिस्सा लेने के योग्य हुए। इस उपरांत कैबिनेट मंत्री ने पंजाब को भारत में प्रगतीशील राज्य़ बनाने के लिए सभी शैक्षिक संस्थानों को सक्रिय भूमिका निभाने का न्योता दिया और कहा कि यह लक्ष्य हमारे मानवीय स्रोतों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ने के माध्यम के साथ ही प्राप्त किया जा सकता है, जो कि पहले ही राज्य सरकार की सरवओतम प्राथमिकता है।
उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई की तरफ और ज्यादा ध्यान देने की अपील की, जिससे वह बढ़िया पेशेवर बन सकें और अंतराष्रीन य स्तर पर नौकरी के मौके हासिल कर सकें। उन्होंने इस अवसर पर बी.पी.टी. और ऐम.पी.टी. स्ट्रीम के 95 विद्यार्थियों, जिनकी तरफ से यूनिवर्सिटी में बढ़िया स्थान हासिल करते हुए अपने -अपने क्षेत्र में बढिया प्रदर्शन किया गया, को डिगरियों की बाँट की गई।
इससे पहले डी.ए.वी. प्रबंधक समिति के मित्र प्रधान जस्टिस (सेवामुक्त) एन.के. सूद ने पूरी मैनेजमेंट की तरफ के पास होने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और उनके उज्जवल कॅरियर के लिए कामना की ,जबकि प्रिंसिपल डा. जतिन्दर शर्मा ने डी.ए.वी. इंस्टीट्यूट आफ फिज़ीओथैरेपी एंड रेहैबिलीटेशन के लिए अपने भविष्य की योजना को सांझा किया। इस अवसर पर प्रबंधक समिति के सचिव अजय गोस्वामी, अरविन्द घई भी मौजूद थे।
कैबिनेट मंत्री की तरफ से इंस्टीट्यूट का दौरा भी किया गया, जहाँ उन्होंने फिज़ीओथैरेपिस्टों और विज़ीटरों के साथ बातचीत भी की।