बुढलाडा, 11 सितंबर ( न्यूज़ हंट )-बाबा जीवन सिंह जी की अनदेखी किया जाना बहुजन समाज की बेपत्ती है और बहुजन समाज के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ बल्कि सरकारों और पंथ के ठेकेदारों द्वारा अक्सर ही बहुजन समाज की महान विभूतियों व बुजुर्गों को अनदेखा किया जाता रहा है। लेकिन अब ज्यादा समय ऐसा नहीं होने वाले क्योंकि बहुजन समाज के लोगों ने सत्ता में अपनी खुद की हिस्सेदारी बनाने का मन बना लिया है और जब सत्ता में बहुजन समाज की हिस्सेदारी होगी तो बहुजन समाज की महान विभुतियों को अनदेखा करने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता बल्कि उन्हें उनका बनता सम्मान देने के लिए बहुजन समाज की सरकार बढ़चढ़ कर काम करेगी। यह विचार बहुजन समाज पार्टी पंजाब के प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने किया। गढ़ी मानसा ज़िले का बुढलाडा में शनिवार को बाबा जीवन सिंह जी को याद करने के लिए रखे गए समारोह के दौरान उपस्थिती को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने ऐलान करते हुए कहा कि पंजाब में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनते ही बाबा जीवन सिंह जी के नाम पर युनिवर्सिटी बनाई जाएगी और गज़टिड छुट्टी की भी बसपा सरकार द्वारा प्रबंध किया जाएगा। इससे पहले उन्होंने बाबा जीवन सिंह जी को फूल मालाएं अर्पित करते हुए उन्हें याद किया। उपस्थित संगतों को संबोधित करते हुए बसपा का प्रदेशाध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी नहीं बल्कि एक आंदोलन है जो अब नहीं बीते डेढ़ सौ साल से लगातार चलता आ रहा है।
उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का यह अंदोलन 1848 में ज्योतिबा फूले ने शुरू किया था और इस अंदोलन को बाद में छत्रपति साहू और फिर बाबा साहिब डा. भीमराव अंबेदकर ने आगे बढ़ाया और फिर साहिब कांशी राम जी के इस आंदोलन में आए और यह अंदोलन निरंतर व निर्विघ्न चलता आ रहा है।
स. गढ़ी ने कहा कि हालांकि पंजाब में इससे पहले 1984 से लेकर 1994 तक सिख आंदोलन चला था जिस दौरान साल 1991 में सिख आंदोलन में बड़े स्तर पर चुनावों का बायकाट का आह्वान किया था, लेकिन बसपा का यह आंदोलन उस समय भी नहीं रूका था। उन्होंने कहा कि बसपा ने उस समय भी अपना आंदोलन चलता रखा था और 1991 में बसपा के 9 विधायक बने थे। इसी तरह से आज भी जो किसान आंदोलन चल रहा है, बहुजन समाज पार्टी उसका समर्थन करती है और बसपा का आंदोलन नहीं रूकेगा। बसपा पंजाब प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि वे किसान संगठनों व किसान नेताओं को अपील करते हैं कि जिस तरह बहुजन समाज पार्टी किसान आंदोलन का समर्थन करती है, वे (किसान संगठन व किसान नेता) भी बहुजन समाज पार्टी का समर्थन करें क्योंकि बसपा जिनके लिए लड़ रही है वे भी देश में हुक्मरानों के सताए गुए हैं और हजारों सालों से निमाणे, निआसरे, निओटे, निपत्ते, निघरे और निधरे हैं और किसानों को भी हकूमत ने निघरा व निधरा कर दिया है इसलिए निघरा व निधरे लोगों को एक दूसरे का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बसपा का आंदोलन बहुत पुराना और निरंतर चलता आ रहा है जो रूकेगा नहीं। इस दौरान स्थानीय नेताओं द्वारा बहुजन समाज पार्टी पंजाब के प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी सहित अन्य गणमान्य नेताओं का सम्मान भी किया गया। इस दौरान कुलदीप सिंह सरदूलगढ़ के अलावा ज़िला मानसा के प्रधान गुरदीप सिंह माखा, ज़िला इंचार्ज सरबर कुरेशी, नगिंदर सिंह, ज़िला वाइस प्रधान सुखदेव सिंह भीखी, हलका महासचिव कुक्कु सिंह, ज़िला सचिव तेजा सिंह बरेटा, हल्का प्रधान बलवीर सिंह, हल्का इंचार्ज शेर सिंह सेठ, बी.वाई.एफ ज़िला इंचार्ज हरदीप गग्गी, लोकसभा इंचार्ज रजिंदर सिंह भीखी, हल्का महासचिव भोला सिंह, उपाध्यक्ष बूटा सिंह, कैशीयर जसविंदर सिंह जस्सा, शहरी प्रधान बलजीत सिंह, सचिव देवी दयाल, जगदीश बरेटा आदि उपस्थित रहे।