चंडीगढ़, 25 मई: ( न्यूज़ हंट )
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के निर्देशानुसार सहकारी चीनी मिलों ने बकाया राशि रू. वर्ष 2019-20 और 2020-21 के गन्ना उत्पादकों के बकाया 100 करोड़ और वही आज ही उनके खातों में जमा किए जाएंगे।
इस बात का खुलासा करते हुए सहकारिता मंत्री एस. सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा रुपये रोके जाने के बावजूद अपने स्तर पर उक्त राशि जारी की है। निर्यात सब्सिडी के लिए 31 करोड़ और रु। सहकारी चीनी मिलों को वर्ष 2019-20 से संबंधित 10 करोड़ बफर स्टॉक सब्सिडी। सहकारिता मंत्री ने कहा, “केंद्र सरकार के साथ मामला उठाकर इन सब्सिडी को जल्द से जल्द जारी करने का प्रयास किया जा रहा है।”
अधिक जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कृषि क्षेत्र के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है जो कि रुपये के बजटीय प्रावधान से स्पष्ट है। 2021-22 के बजट में 300 करोड़। इसी तरह, राज्य सरकार गन्ना उत्पादकों की आय बढ़ाने के उपाय कर रही है और इसके हिस्से के रूप में, सहकारी चीनी मिलों ने पंजाब कृषि की सक्रिय सहायता से गन्ना उत्पादकों को अधिक उपज देने वाली किस्मों के 16 लाख पौधे उपलब्ध कराए हैं। विश्वविद्यालय, लुधियाना और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, करनाल केंद्र। “इससे न केवल गन्ने की प्रति एकड़ उपज में वृद्धि होगी बल्कि गन्ना उत्पादकों की प्रति एकड़ आय में भी तेजी से वृद्धि होगी”।