ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को 96 साल की उम्र में निधन हो गया। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उनके निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के नए किंग होंगे। एलिजाबेथ के निधन के 10 दिन बाद यानी 19 सितंबर को महारानी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। ऐसे में आइए जानते हैं इन 10 दिनों के दौरान क्या क्या होगा….
9 सितंबर: बता दें कि 8 सितंबर को महारानी का निधन हुआ, उस दिन को ‘डेथ डे’ के नाम से जाना जाएगा। डेथ डे के अगले दिन यानी 9 सितंबर को महारानी एलिजाबेथ के बेटे प्रिंस चार्ल्स को जेम्स पैलेस में असेशन काउंसिल की बैठक में आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन का नया राजा बनाया गया।
11 सितंबर: महारानी के पार्थिव शरीर को बकिंघम पैलेस लाया जाएगा. महारानी का गुरुवार को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया था। नियमों के मुताबिक, यदि महारानी का निधन स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में होता हालांकि वहीं हुआ है, इसके मुताबिक ऑपरेशन यूनिकॉर्न लागू होगा। महारानी के ताबूत को शाही ट्रेन से लंदन ले जाया जाएगा. अगर ऐसा नहीं होता तो ऑपरेशन ओवरस्टडी प्रभावी होता। इसके मुताबिक, उनके पार्थिव शरीर को विमान से लंदन ले जाया जाता।
13-16 सितंबर: महारानी के बेटे चार्ल्स वेस्टमिंस्टर हॉल में शोक सभा करेंगे और इसके बाद नए राजा के रूप में यूनाइटेड किंगडम के अपने दौरे की शुरुआत करेंगे। जब वह उत्तरी आयरलैंड पहुंचेंगे तो वो बेलफास्ट में सेंट ऐनी कैथेड्रल में एक सेवा में भाग लेंगे। इसके बाद महारानी के ताबूत को बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर के महल तक ले जाया जाएगा। ताबूत के आगमन पर वेस्टमिंस्टर हॉल में एक सेवा आयोजित की जाएगी।
17-19 सितंबर: वेस्टमिंस्टर हॉल में उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा। इस दौरान लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। हॉल रानी के दर्शन के लिए प्रतिदिन 23 घंटे तक खुला रहेगा। वहीं वीआईपी लोगों के लिए टिकट जारी किए जाएंगे। उन्हें रानी के दर्शन के लिए टाइमिंग स्लॉट दिया जाएगा। इसके बाद चार्ल्स वेल्स जाएंगे और वहां एक शोक सभा आयोजित की जाएगी। बता दें कि अंतिम संस्कार का दिन राष्ट्रीय शोक का दिन होगा। पूरे ब्रिटेन में दोपहर में दो मिनट का मौन रखा जाएगा। अंतिम संस्कार के बाद रानी को 19 सितंबर को विंडसर कैसल के किंग जॉर्ज षष्ठम मेमोरियल चैपल में दफनाया जाएगा।