भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। वो पहले भारतवंशी हैं, जो ब्रिटेन में प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे। सुनक राजनीति की अलावा अपनी संपत्ति को लेकर भी सुर्खियों में रहे हैं। सुनक की शादी इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायणन मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई है। इस साल संडे टाइम्स की रिच लिस्ट में सुनक यूके के सबसे धनी 250 लोगों की सूची में 222वां स्थान पर थे। रिपोर्ट में, ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति की 730 मिलियन पाउंड बताई गई थी।
संपत्ति की वैल्यू : सुनक को हाउस ऑफ कॉमन्स में सबसे अमीर व्यक्ति कहा जाता है. सुनक और अक्षता मूर्ति के पास 15 मिलियन पाउंड की अचल संपत्ति है। सुनक और मूर्ति के पास चार घर हैं। दो लंदन में, एक यॉर्कशायर में और एक घर लॉस एंजिल्स में है. केंसिंग्टन में पांच बेडरूम वाले घर की कीमत अकेले 7 मिलियन पाउंड बताई जाती है। इस चार मंजिले घर में एक गार्डन भी है। लंदन के ओल्ड ब्रॉम्प्टन रोड पर एक दोनों का दूसरा घर है। यॉर्कशायर में दंपति के पास एक ग्रेड- II लिस्टेड जॉर्जियाई हवेली है। यह 12 एकड़ में फैली है और इसमें एक सजावटी झील भी है। इसके अलावा कैलिफोर्निया में एक पेंटहाउस भी है।
कितनी मिलेगी सैलरी? : चांसलर के रूप में सुनक का सरकारी वेतन 1,51,649 पाउंड था. हालांकि, प्रधानमंत्री बनने की बाद उनकी सैलरी बढ़ जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का कुल वेतन 161,401 पाउंड है। यह प्रधानमंत्री और एक सांसद की सैलरी को मिलाकर है। इस तरह प्रधानमंत्री को 79,496 पाउंड की रकम वेतन के रूप में मिलता है। वहीं, बाकी की राशि एक सांसद के रूप में उन्हें मिलती है।
राजनीति में आने से पहले क्या करते थे सुनक : राजनीति में आने से पहले सुनक 2001 से 2004 तक निवेश बैंक, गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषक थे और बाद में दो हेज फंडों में हिस्सेदार भी रहे। हालांकि, उनकी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा अक्षता मूर्ति से शादी के बाद का है। अक्षता के पास इंफोसिस में 690 मिलियन पाउंड की 0.93 फीसदी हिस्सेदारी है।
भारत से कैसा कनेक्शन? : ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ था। ऋषि के पिता डॉक्टर और मां एक दवाखाना चलाती थीं। ऋषि सुनक के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था, जबकि ऋषि सुनक के पिता का जन्म केन्या तो उनकी मां का जन्म तंजानिया में हुआ था। इतिहास में यह पहला मौका है, जब कोई भारतीय मूल का व्यक्ति ब्रिटेन में पीएम का पद संभालेगा।