न्यूज हंट. नई दिल्ली : दुनिया के सबसे लोकप्रिय चैटिंग प्लेटफॉर्म Whatspp की सेवाएं मंगलवार दोपहर में अचानक ठप हो गईं। दो घंटे से ज्यादा वक्त बीतने के बाद इन्हें रीस्टोर किया जा सका। ऐसा कई बार ऐसा हो चुका है। यूजर्स के पास हर बार केवल वॉट्सऐप रीस्टोर होने तक इंतजार करने का विकल्प बचता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि वॉट्सऐप डाउन होने जैसे मामलों में यूजर्स को पता नहीं होता कि परेशानी क्यों हुई और कितनी देर में ठीक होगी। अक्टूबर, 2021 में तो करीब छह घंटे तक वॉट्सऐप काम नहीं कर रहा था।
सवाल यह भी उठता है कि क्या मेसेजिंग ऐप किसी बड़ी खामी का शिकार होने पर हमेशा के लिए ठप हो सकता है या फिर क्या इतनी बड़ी परेशानी आ सकती है कि वॉट्सऐप दोबारा काम ही ना करे? इसका जवाब ‘ना’ है। बेशक वॉट्सऐप अपने यूजर्स से कोई फीस नहीं लेता या फिर सेवाएं देते रहने की बाध्यता नहीं है, लेकिन हजारों इंजीनियर्स और डिवेलपर्स की टीम ऐप पर हमेशा काम करती रहती है।
मेटा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, ऐसे में वह अपने प्रोडक्ट्स के साथ यूजर्स को बेहतर अनुभव देते रहने को हमेशा तैयार है। वॉट्सऐप या अन्य सोशल मीडिया ऐप्स में वक्त के साथ कुछ बदलाव और सुधार जरूर किए जा सकते हैं, लेकिन कोई खामी इन्हें पूरी तरह और हमेशा के लिए ठप नहीं कर सकती।
वॉट्सऐप कोड्स पर आधारित प्लेटफॉर्म है लेकिन इसका यूजरबेस बाकी ऐप्स के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इस ऐप के दुनियाभर में दो अरब से ज्यादा यूजर्स हैं, जिनकी जानकारी और डाटा इसके सर्वर्स पर स्टोर होता है। इन सर्वर्स में सुधार या किसी बदलाव की जरूरत पड़ने पर डाटा वैकल्पिक सर्वर्स में भेजा जाता है। हर बार बेशक कंपनी ‘तकनीकी खामी’ को वजह बताती हो लेकिन यह खामी कई स्तर पर हो सकती है, यही वजह है कि कई बार वॉट्सऐप डाउन होने की वजह पता लगाने में लंबा वक्त लग जाता है।