न्यूज हंट. चंडीगढ़ : भारतीय रिज़र्व बैंक की तरफ से मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान धान की खरीद के लिए नवंबर 2022 के अंत तक कैश क्रेडिट लिमिट ( सी. सी. एल.) बढ़ा कर 43526.23 करोड़ रुपए कर दी गई है। ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामले के मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने बताया कि राज्य की हरेक मंडी में खरीद के पहले दिन से ही किसानों की फ़सल की समय पर खरीद, ढुलाई और अदायगी की जा रही है।
इसके इलावा, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम. एस. पी.) सम्बन्धी भुगतानों के विवरण देते हुये उन्होंने कहा कि खरीद सीजन का पहला महीना पूरा होने पर बीते कल तक किसानों के बैंक खातों में एम. एस. पी. के 20086 करोड़ रुपए सीधे तौर पर जारी किये जा चुके हैं और अब तक लगभग 5.60 लाख किसानों को एम. एस. पी. का लाभ मिल चुका है। उन्होंने किसानों की तरफ से मेहनत और ख़ून-पसीने के साथ उगाई फ़सल का एक-एक दाना खरीदने के बारे राज्य सरकार की वचनबद्धता को दोहराया।
प्रमुख सचिव ख़ाद्य और सिवल सप्लाई राहुल भंडारी ने कहा कि सभी डिप्टी कमिशनरों को खरीद, ढुलाई और अदायगियों की रोज़मर्रा की समीक्षा/ निगरानी करने के लिए कहा गया है। सी. सी. एल. की मंज़ूरी के साथ, एम. एस. पी. भुगतान निर्विघ्न जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि रोज़मर्रा के करीब 6.5-7 लाख मीट्रिक टन धान की ढुलाई की जा रही है। राज्य सरकार की खरीद नीति और पंजाब मंडी बोर्ड के उप-नियमों ( बाइ लाअज़) अनुसार धान की ढुलाई 72 घंटों के अंदर-अंदर की जानी है। इसी तरह, जिलों से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार 72 घंटे से पहले खऱीदे गए धान में से 99 प्रतिशत धान की ढुलाई की जा चुकी है।