राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने एडटेक कंपनी बायजूस (Byju’s) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आयोग का कहना है कि कंपनी की ओर से बच्चों के फोन नंबर्स खरीदे जाने की जानकारी मिली है। NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने मंगलवार को कहा, ‘हमें पता चला है कि बायूज बच्चों और उनके पेरेंट्स के फोन नंबर खरीद रही है और उन्हें धमकी दे रही है कि अगर उन्होंने कोर्स नहीं खरीदा तो उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा।’
प्रियांक कानूनगो ने कहा, ‘हमें पता चला है कि यह बच्चों का साइकोमेट्रिक टेस्ट करते हैं और बच्चों के माता-पिता को डराते हैं कि उनके बच्चों का भविष्य खत्म हो चुका है। वे बच्चों को ऐसा नहीं कह सकते। हमें जहां जैसी गलतियां मिलेंगी, हम वैसी कार्रवाई करेंगे। हमें 2021 की दिसंबर में शिकायत मिली थी कि कम आय वाले बच्चों के माता-पिता के पास बायजूस के सेल्स एग्जीक्यूटिव जाते हैं और EMI बोलकर फाइनेंस कंपनी से पेरेंट्स की क्षमता से अधिक के लोन दिलवाते हैं।’
बायजूस के CEO रविंद्रन को NCPCR की ओर से हाल ही में समन जारी किया गया है। इसे लेकर प्रियांक कानूनगो ने कहा, ‘हाल में ही हमने एक रिपोर्ट पढ़ी जिसमें बायजूस के काम करने का तरीका नहीं बदला था जिसके बाद हमने बायजूस के CEO को समन किया है। हमने उन्हें कमीशन के सामने 23 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा है जिसके बाद हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे।’