जम्मू-कश्मीर के हर घर में कमल खिलने का विश्वास : चुघ
चंडीगढ़, 30 मार्च (न्यूज़ हंट)- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर के पार्टी प्रभारी तरुण चुघ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की घोषणा का स्वागत किया कि केंद्र चरणबद्ध तरीके से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (एएफएसपीए) को रद्द करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता अब्दुल्लाओं और मुफ्तियों को एक नकली आख्यान बनाने के लिए इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश बंद करनी चाहिए। अब्दुला, मुफ्ती परिवार का राजनीतीकरण करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
तरुण चुघ ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर में शांति लाने में मोदी सरकार के योगदान को स्वीकार करना चाहिए। अब्दुल्ला और मुफ़्ती परिवार अपने क्षुद्र राजनीतिक हितों के लिए जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और मोदी सरकार की नई नीतियों से वे दोनों परेशान और निराश हैं।
चुग ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विकास और प्रगति के नए रास्ते पर ले जाने के लिए अनुच्छेद 370 को निरस्त करने सहित कई कदम उठाए हैं।
चुघ ने कहा कि चूंकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एएफएसपीए लागू करने में इन तीन परिवार अब्दुला मुफ्ती और गांधी नेहरु परिवार ने लागू किया और अब हमारी सरकार ने इस पर पुनर्विचार करने की बात कही है। इसलिए क्षेत्रीय राजनीतिक दल विशेष रूप से एनसी पूरी तरह से हताशा में हैं। शायद एनसी जम्मू-कश्मीर में इसे लाने और लागू करने में अपनी भूमिका भूल गई है। उन्होंने कहा कि एनसी ने अपने राजनीतिक विरोधियों को कुचलने और सत्ता में बने रहने के उद्देश्य से 1978 में जम्मू-कश्मीर में एएफएसपीए लाया था। इस पार्टी ने ऐसे कानूनों की मदद से जम्मू-कश्मीर और इसकी संस्थाओं को काफी नुकसान पहुंचाया है।
चुघ ने कहा कि अब जब बीजेपी ने कानून पर फिर से विचार करने का रुख अपनाया, तो इससे एनसी और उसके पूरे नेतृत्व को निराशा हुई। उन्होंने कहा कि नेकां ने अपने समय में आतंकवाद, अलगाववाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। उन्होंने अपनी सस्ती राजनीति के लिए हजारों युवाओं को बलि का बकरा बनाया।
तरुण चुघ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टियों को जनता ने खारिज कर दिया है और आगामी लोकसभा चुनाव में इन नेताओं का पत्ता कट जाएगा। कश्मीरियों ने 05 अगस्त, 2019 के बाद भाजपा को गले लगा लिया है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसमर्थक पहल का समर्थन कर रहे हैं। बख्शी स्टेडियम श्रीनगर में 7 मार्च की रैली क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के लिए आंखें खोलने वाली है। चुग ने कहा कि जम्मू कश्मीर के हर घर में कमल खिलने से कोई नहीं रोक सकता।