होशियारपुर, 25 जून ( न्यूज़ हंट ) :
जिला प्रशासन द्वारा गठित ड्रग मॉनिटरिंग और मोहल्ला डी-ड्रग कमेटियां हैं ड्रग्स के खिलाफ अहम भूमिका निभा रही हैं ये समितियां जमीनी स्तर से गांवों में बड़े पैमाने पर नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि नशे के आदी युवकों का इलाज कर उनके पुनर्वास के लिए प्रशासन की ओर से आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
इसका खुलासा करते हुए आज यहां उपायुक्त ने कहा कि मिशन रेड स्काई के तहत नशामुक्ति केंद्रों में इलाज करा रहे लोगों को जिला प्रशासन रोजगार/स्वरोजगार में सक्षम बनाने के लिए कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य नशामुक्ति केंद्रों में इलाज करा रहे बेरोजगारों की पहचान करना और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान कर मुख्यधारा में वापस लाना है. उन्होंने कहा कि जो लोग ड्रग्स को अलविदा कह कर अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के इच्छुक हैं, उनके लिए मिशन रेड स्काई कार्यक्रम वरदान साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि इन व्यक्तियों के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत स्वरोजगार की स्थापना के लिए सहायता प्रदान की जाएगी और बैंकों द्वारा ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
अपनीत रियात ने कहा कि नशे की बुराई को मिटाने के लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत है और सभी को एकजुट होकर इस सामाजिक बुराई के खिलाफ लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग द्वारा इसके लिए विशेष गतिविधियां चलाई जा रही हैं ताकि स्वस्थ पंजाब के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशामुक्ति केंद्रों, नशामुक्ति और पुनर्वास केंद्रों के माध्यम से नशा करने वालों का मुफ्त इलाज कर रही है। इसके अलावा डिपो एवं बडी कार्यक्रम के माध्यम से पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है |