जालंधर, 28 सितंबर (न्यूज़ हंट)- आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सह-प्रभारी एवं विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने उस दावे को भूल गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘चन्नी रहेगा या भ्रष्टाचार रहेगा’। लेकिन कैबिनेट में महादागी मंत्रियों को शामिल कर उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब में जब तक कांग्रेस का हाथ रहेगा, तब तक भ्रष्टाचार और चन्नी साथ-साथ चलेंगे। क्योंकि कांग्रेस और करप्शन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
मंगलवार को जालंधर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के दौरान राघव चड्ढा ने कहा कि मंत्री राणा गुरजीत सिंह, भारत भुषण आशु और गुरकीरत सिंह कोटली को कैबिनेट में शामिल करने से स्पष्ट है कि कांग्रेस ने केवल ‘अली बाबा’ को बदला है लेकिन चोर वहीं के वहीं है। इससे स्पष्ट है कि बिस्कुट पुराने वाला ही है केवल उसका पैकेट बदला गया है तो। चड्ढा ने कहा कि चन्नी ने मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने के बाद माइनिंग माफिया से नहीं मिलने की बात कही थी। लेकिन माइनिंग माफिया और भ्रष्टाचार समेत अन्य बड़े आरोपों से घिरे राणा गुरजीत सिंह को कैबिनेट में साथ की सीट पर बिठाकर उन्होंने सिद्ध कर दिया है ‘हाथी के खाने के दांत ओर दिखाने के ओर हैं’। चड्ढा के अनुसार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू व मुख्यमंत्री चन्नी ने राणा गुरजीत सिंह को दोबारा कैबिनेट में लाकर सिद्ध कर दिया है कि पंजाब से कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार जाने वाला नहीं है।
राघव चड्ढा ने कहा कि लंबे समय से पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की चाह पाले बैठे नवजोत सिंह सिद्धू ने माइनिंग माफिया को खत्म करने के लिए कहा था कि जो 75-25 की हिस्सेदारी चलती है, मैं उसे खत्म करूंगा। लेकिन क्या यह सब कुर्सी की लड़ाई थी? पंजाब के लोग इसका जवाब मांगते हैं और नवजोत सिद्धू का राणा गुरजीत को कैबिनेट में शामिल करने पर क्या स्टैंड है, वह इसे स्पष्ट करें?
राघव चड्ढा ने कहा कि मंत्री भरत भुषण आशु पर मंडी माफिया से जुडक़र पंजाब को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान कराने के आरोप हैं। मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली पर भी एक फ्रांसीसी महिला से यौन उत्पीडऩ के आरोप हैं। लेकिन इन सभी मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल करने से स्पष्ट है कि कांग्रेस पंजाब को लूटना चाहती है।
राघव चड्ढा ने चुनाव से महज चंद महीने पहले मुख्यमंत्री बदले जाने को केवल पंजाब के लोगों को गुमराह करना बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ऐसे ड्रामे करने की पुरानी आदत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केवल जहाज के कैप्टन को बदला है लेकिन पंजाब के लोगों ने पूरा जहाज बदलने का मन बना लिया है, क्योंकि कांग्रेस को पंजाब और प्रदेश की रीड़ की हड्डी किसान-मजदूरों और व्यापारियों-कारोबारियों सहित किसी भी वर्ग से कोई सरोकार नहीं है।
राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब में किसान परिवार गुलाबी सुंडी की मार झेल रहे हैं। विशेष रूप से मालवा बेल्ट के किसानों को गुलाबी सुंडी की अधिक मार पड़ी है। मुख्यमंत्री चन्नी किसानों की बदहाली को अपनी आंखों से देख और कानों से सुनकर लौटे हैं। बावजूद इसके चन्नी सरकार ने किसानों के लिए किसी प्रकार की मुआवजा राशि की घोषणा नहीं की है। मुख्यमंत्री चन्नी को चाहिए कि वह हर पीडि़त किसान को प्रति एकड़ 75 हजार रुपये मुआवजे राशि दें और खेत मजदूर को 25 हजार रुपये मुआवजा राशि देकर राहत प्रदान करें और दिल्ली की केजरीवाल सरकार से सीख लें। इस अवसर पर उनके साथ आप विधायक प्रो. बलजिंदर कौर, महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष राजविंदर कौर थ्यारा, जिला अध्यक्ष एवं ओलंपियन सुरिंदर सिंह सोढी, प्रिंसिपल प्रेम कुमार, बलकार सिंह, हरचरण सिंह संधू, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. शिव दयाल मली, अमृतपाल सिंह, रमनीक रंधावा, सुभाष शर्मा, सुलेमान बाहरू और गौरव पुरी उपस्थित रहे।