नई दिल्ली (न्यूज़ हंट)- केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री श्रीमती। निर्मला सीतारमण ने आज यहां डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 46 वें नागरिक लेखा दिवस के अवसर पर केंद्रीय बजट 2022-23 में घोषित इलेक्ट्रॉनिक बिल (ई-बिल) प्रसंस्करण प्रणाली का शुभारंभ किया ।
मुख्य अतिथि के रूप में वित्त मंत्री के साथ, वित्त सचिव डॉ टीवी सोमनाथन; श्रीमती सोनाली सिंह, लेखा महानियंत्रक संगठन (सीजीए) के प्रमुख; श्रीमती धरित्री पांडा, अतिरिक्त सीजीए (पीएफएमएस) और श्रीमती। भारती दास, प्रिंसिपल सीजीए (एमएचए) ने भी सीजीए और वित्त मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों के अलावा इस अवसर पर भाग लिया।
ई-बिल प्रोसेसिंग सिस्टम पहल के बारे में बात करते हुए, श्रीमती। सीतारमण ने कहा कि यह व्यापक पारदर्शिता लाने और भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ईओडीबी) और डिजिटल इंडिया इको-सिस्टम का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह आपूर्तिकर्ताओं और ठेकेदारों को अपने दावे ऑनलाइन जमा करने की अनुमति देकर पारदर्शिता, दक्षता और एक फेसलेस-पेपरलेस भुगतान प्रणाली को बढ़ाएगा, जिसे वास्तविक समय के आधार पर ट्रैक किया जा सकेगा।
सीजीए द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए, वित्त मंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के अलावा सरकारी लेनदेन को निर्बाध रखने और सुचारू भुगतान सुनिश्चित करने में सीजीए की सराहना की। श्रीमती सीतारमण ने सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के माध्यम से ट्रेजरी सिंगल अकाउंट्स (टीएसए), डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) और पहल के सफल कार्यान्वयन का उल्लेख किया।
वित्त मंत्री ने आगे विस्तार करते हुए कहा कि टीएसए सिस्टम ने “जस्ट इन टाइम” फंड रिलीज मैकेनिज्म विकसित किया है और इसे केंद्र सरकार के 150 स्वायत्त निकायों में लागू किया गया है; जबकि पीएफएमएस पारदर्शिता बनाए रखने, त्वरित भुगतान की सुविधा और अंतिम लाभार्थी तक सरकारी पहुंच के एक साधन के रूप में विकसित हुआ है।