जालंधर, 7 मार्च (न्यूज़ हंट)- ज़िला प्रशासन जालंधर ने पिछले आठ महीनों में सेवा केंद्र पर प्राप्त हुए आवेदनों के समय पर निपटारे को यकीनी बनाते राज्य भर में सबसे कम बकाया दर को कायम रखा है।
डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने ज़िला प्रशासन की पूरी टीम के यतनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रशासन की तरफ से यह सफलता सेवा केन्द्रों में नागरिकों की तरफ से विशेष तौर पर कोविड -19 महामारी कारण पैदा हुए स्वास्थ्य संकट दौरान दाख़िल किए हुए आवेदनों के समय पर निपटारे को यकीनी बना कर प्राप्त की गई है।
डिप्टी कमिशनर ने बताया कि 7 मार्च,2022 तक सभी 33 सेवा केन्द्रों में लगभग 330 सेवाओं के लिए प्रशासन को 356616 आवेदन पत्र प्राप्त हुए,जिनका आधिकारियों /कर्मचारियों की तरफ से समयबद्ध ढंग के साथ निपटारा यकीनी बनाया गया। इन आवेदनो में से सिर्फ़ 0.02 प्रतिशत भाव 69 ही निपटारे के लिए बकाया है।
घनश्याम थोरी ने बताया कि कोविड -19 कारण सभी सेवा केन्द्रों में स्टाफ और आवेदनों सहित सभी की सुरक्षा के लिए सभी ज़रुरी उपाय किये गए। उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से इन सेवाओं की सुपुर्दगी के लिए प्री -बुकिंग स्लाट की सुविधा भी दी जा रही है।
डिप्टी कमिशनर ने बताया कि पैंडैंसी की नियमत निगरानी के द्वारा ज़ीरो पैंडैंसी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रशासन की तरफ से एक व्यावहारिक कार्यविधि विकसित की गई है।उन्होंने बताया कि सब डिविज़न और ज़िला स्तर पर बकाया पड़े आवेदनो की नियमत समीक्षा की जाती है और अधिक से अधिक बकाया आवेदनपत्र वाले विभागों को रोज़ के आधार पर सपस्शटीकरन के लिए बुलाया जाता है,जिसके नतीजे के तौर पर ज़िले में सिर्फ़ 0.02 प्रतिशत पैंडैंसी है।
उन्होंने जालंधर प्रशासन की पूरी टीम के यतनों की प्रशंसा की, जिसकी तरफ से इस पोज़िशन को बरकरार रखने के लिए पूरी तनदेही के साथ काम किया जा रहा है। उन्होंने आधिकारियों को आने वाले दिनों में इस पैंडैंसी को ज़ीरो प्रतिशत तक ले जाने के निर्देश दिए।