Apple AirTag का इस्तेमाल बहुत से लोग करते हैं। फ्लाइट्स में लोग इसका खासा यूज करते हैं, जिसकी मदद से वे अपने लगेज को ट्रैक कर सकते हैं। हालांकि, एक एयरलाइन ने इस पर बैन लगा दिया है यानी कंज्यूमर्स अपने लगेज में ऐपल एयरटैग नहीं रख सकते हैं। अगर रखते भी हैं, तो इसे ऑफ करके रखना होगा।
Lufthansa ने लगेज में एयरटैग के इस्तेमाल पर रोक लगाई है। एयरलाइन ने ICAO गाइडलाइन्स का हवाला देते हुए इस पर रोक लगाई है। ऐपल इंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन ने इस जानकारी की पुष्टि की है।
Lufthansa का कहना है कि ‘Airtag को लगेज में रखने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि इन्हें खतरनाक माना गया है। इन्हें रखते वक्त ऑफ करना होता है।’ Lufthansa की माने तो ICAO गाइडलाइन्स के मुताबिक, बैगेज ट्रैकर्स खतरनाक सामान का हिस्सा हैं।
इसके अलावा ट्रांसमिशन फंक्शन की वजह ट्रैकर को फ्लाइट में ऑफ रखना जरूरी है। हालांकि, रिपोर्ट की मानें तो ये दावा गलत है। ICAO की जिस गाइडलाइन की बात की गई है, वो लीथियम आयन बैटरी वाले डिवाइसेस के लिए है। नियमानुसार इसमें 15-inch की स्क्रीन वाले Apple Macbook Pro (सितंबर 2015 से फरवरी 2017 के बीच खरीदे हुए) शामिल हैं। ऐपल एयरटैग इनके मुकाबले बहुत छोटी बैटरी पर काम करते हैं।
इनमें CR2032 सेल का इस्तेमाल किया गया है, जो लीथियम आयन बैटरी नहीं है। इसलिए एयरटैग ICAO की गाइडलाइन के तहत इस कैटेगरी में नहीं आते हैं। अगर एयरटैग में इस्तेमाल हुए CR2032 सेल को खतरनाक माना जाता है, तो फ्लाइट में कई स्मार्टवॉच के यूज पर भी रोक लगानी होगी। इसके अलावा एयरलाइन ने कोई ठोस वजह नहीं बताई है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह कदम कंपनी ने अपनी मिसमैनेजमेंट को छिपाने के लिए उठाया है।