न्यूज हंट, लाइफस्टाईल डेस्क : मंकीपॉक्स के मरीजों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। भारत में भी मंकीपॉक्स के मरीजों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है। दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले केरल में तीन लोग मंकीपॉक्स से संक्रमित हो चुके हैं। तीनों संयुक्त अरब अमीरात से लौटे हैं। वहीं, चौथे व्यक्ति ने हाल के दिनों में विदेश यात्रा नहीं की है। अतः चिंता का विषय यह है कि घर पर रहने के बावजूद कैसे दिल्ली का व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित हो गया है।
वर्तमान समय में सभी संक्रमितों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते सरकार ने गाइडलाइन्स जारी कर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जानकारों की मानें तो इम्युनिटी कमजोर रहने पर मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं की इम्युनिटी कमजोर होती है। इसके लिए छोटे बच्चे ज्यादा चपेट में आते हैं। इससे पहले साल 1970 में मंकीपॉक्स का पहला मामला 9 साल के छोटे बच्चे में पाया गया था। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
क्या कहती है शोध
एक शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि गर्भवती महिलाएं भी मंकीपॉक्स से संक्रमित हो सकती हैं। यह शोध कांगो में हुई थी, जिसमें 216 महिलाओं को शामिल किया गया था। इस शोध में शामिल 5 में 4 महिलाओं का गर्भपात यानी मिसकैरिज हो गया। वहीं, गर्भ में पल रहे बच्चों में भी मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए थे। इसके लिए महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर भी होती है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं। लक्षण दिखने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
प्रेग्नेंट महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान
-इम्यून सिस्टम मजबूत रखने के लिए ताजे फल, सब्जियां खाएं। रोजाना हल्दी वाला दूध पिएं।
-खाने-पीने की चीजें शेयर न करें। साथ ही अपने चीजें जैसे ब्रश, टूथपेस्ट, तौलिया आदि चीजें भी साझा न करें।
-संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं। इसके लिए सर्दी, खांसी और मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर व्यक्ति से दूरी बनाएं।
-घर के बाहर मास्क जरूर पहनें। इससे आप कोरोना वायरस के संक्रमण से भी बच सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।)