न्यूज हंट. चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार (Punjab Govt) द्वारा आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग से सम्बन्धित और बेसहारा बच्चों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार द्वारा राज्य में बच्चे जिनकी उम्र 18 साल या उससे कम है, के लिए चलाए जा रहे 15 होम्ज़ में जहाँ 441 बच्चों को आवास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा आदि मुफ़्त मुहैया करवाई जा रही है, वहीं स्पॉन्सरशिप एवं फोस्टर केयर योजना के अंतर्गत 824 बच्चों को आर्थिक सहायता भी दी जा रही है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा केंद्र प्रायोजित एकीकृत बाल संरक्षण योजना लागू करने का मुख्य उद्देश्य बेसहारा या मुश्किल हालात में रह रहे बच्चों की सही देखभाल, संरक्षण, इलाज और उनको समाज में समान अवसर प्रदान करना है। डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार जूवेनायल जस्टिस (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2015 के अधीन अलग-अलग 15 होम्स राज्य में चला रही है। इसमें 7 बाल घर, 4 ऑब्जरवेशन होम, 2 स्पैशल होम और 2 स्टेट आफ्टर केयर होम शामिल हैं। इनमें 441 बच्चे रह रहे हैं और राज्य सरकार द्वारा आवास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा आदि सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। इन बच्चों में बेसहारा बच्चे, विशेष ज़रूरतों वाले बच्चे आदि शामिल हैं।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि इसके अलावा सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग से सम्बन्ध रखने वाले बच्चों को स्पॉन्सरशिप एवं फोस्टर केयर योजना के द्वारा 2000 रुपए प्रति माह प्रति बच्चा आर्थिक सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चे जो अनाथ हैं या जिनकी माँ या पिता में से एक ही के साथ हैं और वह गरीब परिवारों से सम्बन्धित हैं, को 2000 रुपए प्रति माह की सहायता सरकार द्वारा दी जाती है। इसके अलावा फोस्टर केयर स्कीम के द्वारा अलग-अलग परिवारों या व्यक्तियों द्वारा गरीब बच्चों की वित्तीय सहायता की जि़म्मेदारी ली जाती है और 2000 रुपए प्रति माह सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 824 बच्चे इस स्कीम का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।