होशियारपुर, (तरसेम दीवाना)- भारी टैक्स चुकाने के बावजूद शहरवासियों को स्वच्छ व स्वस्थ्य वातावरण नहीं मिल रहा है हालांकि नगर निगम और जिला प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है, लेकिन आम लोगों की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर देखे जा सकते हैं, जो कई-कई दिनों तक लगे रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई उचित व्यवस्था नहीं की जा रही है. यह भी देखा गया है कि नगर निगम और जिला प्रशासन से सुविधाओं की उम्मीद रखने वाले आम नागरिक अक्सर अपनी उचित जिम्मेदारियां निभाने से कतराते हैं, जो जहां चाहें अपने घरों से लाए गए गंदगी से भरे लिफाफे देख लेते हैं।भले ही खाली जगह उन्हीं की हो। सरकारी हो या किसी की निजी संपत्ति, मामला सिर्फ घर के बाहर कूड़ा डालने का है। हैरानी की बात तो ये है कि ऐसा करने वाले अक्सर वो लोग होते हैं जो खुद को पढ़ा-लिखा और दूसरों से ज्यादा बुद्धिमान मानते हैं। इस खबर के साथ लगी तस्वीर वार्ड नंबर 23 और 25 के बीच डगाना रोड पर संत बाबा सोहन सिंह कॉलोनी के निकासी मार्ग की है, जिसके किनारे खाली जगह पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. आसपास की आबादी के लोगों का कहना है कि नगर निगम समेत किसी ने भी यहां से कूड़ा उठाना मुनासिब नहीं समझा, बल्कि यहां कूड़ा फेंकना वे अपना अधिकार समझते हैं. आश्चर्य की बात तो यह है कि पास में ही एक निजी स्कूल है जहां छोटे-छोटे बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं और ऐसा गंदा वातावरण उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता है.इसका भुगतान तुरंत करने की मांग की गयी है.