Hybrid Solar Eclipse 2023 : साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण अब से तकरीबरन 4 महीने बाद लगने जा रहा है। इसकी खारियत यह है कि एक ही दिन 3 तरह के सूर्य ग्रहण लगेंगे, यानी आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण। खगोलविद् और ज्योतिष शास्त्र के जानकार इस सूर्य ग्रहण को हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दे रहे हैं। यानी ऐसी दुर्लभ खगोलीय घटना 100 सालों में कम ही बार आती है। इस ऐसी खगोलीय घटना की तया संख्या का पता लगाना वैज्ञानिकों के लिए भी मुश्किल होता है। आइए जानते हैं इस सूर्य ग्रहण के बारे में कुछ जरूरी तथ्य।
2023 में कब लगेगा हाइब्रिड सूर्य ग्रहण
ज्योतिष शास्त्र और पंचांग के तथ्यों के मुताबिक 20 अप्रैल को हाईब्रिड सूर्य ग्रहण लेगगा। इस ग्रहण को दक्षिणी गोलार्ध में देखा जा सकेगा। ऐसे में यह सूर्य ग्रहण सबको दिखाई नहीं देगा। सिर्फ एक मिनट के लिए पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के एक्समाउथ महाद्वीप पर देखा जा सकेगा। वहीं इस सूर्य ग्रहण को तिमोर लेस्टे में 1 मिनट 15 सेकेण्ड और वेस्ट पापुआ में 1 मिनट 10 सेकेंड तक दिखाई देगा। वह भी सूर्य ग्रहण के ठीक पहले और उसके ठीक बाद।
कब-कब होता है हाईब्रिड सूर्य ग्रहण
हाईब्रिड सूर्य ग्रहण आमतौर पर हर 2 से 5 साल पर लगता है जबकि 21वीं सदी में सिर्फ 3.1 प्रतिशत सूर्य ग्रहण ही हाईब्रिड माने गए हैं। इस प्रकार कुल 224 में सिर्फ 7 सूर्य ग्रहण ही हाईब्रिड थे। बता दें कि इससे पहले साल 2013 में हाईब्रिड सूर्य ग्रहण लगा था जिसको कि अफ्रीकाई देशों के लोगों ने देखा था।