जालंधर मई (न्यूज़ हंट)- फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में ऑर्थोपेडिक्स टीम ने हाल ही में 2016 कॉमनवेल्थ खेलों के स्वर्ण पदक विजेता (कुश्ती) प्रभपाल सिंह की एसीएल टीयर और मेनिस्कस की चोट के लिए सफलतापूर्वक सर्जरी प्रोसीजर को पूरा किया। एसीएल घुटने में एक लिगामेंट है जो स्थिरता को नियंत्रित करता है और खेलकूद के लिए महत्वपूर्ण है। एसीएल इसमें टीयर (आंतरिक तौर पर फटना) से खेल करियर का नुकसान होता है, और इससे बड़े झटके लग सकते हैं। मेनिस्कस घुटने में एक कुशन है और आमतौर पर खेलने के दौरान क्षतिग्रस्त हो जाता है।
रोगी प्रभपाल को असहनीय दर्द हो रहा था और इससे मैदान पर उसका प्रदर्शन प्रभावित हो रहा था। 2016 के कॉमनवेल्थ खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक और 2017 में उसी खेल स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले प्रभपाल अपनो स्पोर्ट्स इंजरी के कारण खेल को छोडऩे पर विचार कर रहे थे।
आखिरकार उन्होंने इस साल मार्च में फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली के ऑर्थोपेडिक्स और स्पोर्ट्स मेडिसिन के सलाहकार डॉ. मानित अरोड़ा से मुलाकात की और उसके बाद 22 मार्च को हाइब्रिड एसीएल सर्जरी करवाई। एसीएल सर्जरी के लिए हाइब्रिड एसीएल सर्जरी एक नई तकनीक है जो देशी शरीर रचना को बहाल करने में मदद करती है, पुनर्वास में तेजी लाती है और संबंधित खेल में रोगी की वापसी होती है।
फोर्टिस मोहाली में अच्छे रीहैबलीटेशन प्रोग्राम के बाद, रोगी प्रभपाल को सर्जरी के अगले दिन छुट्टी दे दी गई और वह बिना किसी सहारे के चलने में सक्षम हो गए। डॉ. अरोड़ा ने खुलासा किया कि रोगी प्रभपाल 6 महीने के भीतर कुश्ती में वापसी करने में सक्षम होंगे।
इस पूरे केस प्रीसजर के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए, डॉ. अरोड़ा ने कहा कि ‘‘रोगी के एसीएल टीयर और मेनिस्कस की चोट थी जो मैदान पर उसके प्रदर्शन को बाधित कर रही थी। मैंने हाइब्रिड एसीएल सर्जरी की सबसे एडवांस्ड तकनीक के माध्यम से उनके घुटने का ऑपरेशन किया। रोगी प्रभपाल के 6 महीने के भीतर खेल के मैदान में वापसी करने की संभावना है।’’