न्यूज हंट. चंडीगढ़/गुरदासपुर : मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर नशे के विरुद्ध चलाई जा रही जंग को उस समय अहम सफलता मिली जब पंजाब पुलिस ने न्हावा शेवा पोर्ट मुंबई से 72.5 किलो हेरोइन की बरामदगी के मामले में वांछित तीन बड़े नशा तस्करों को गुरदासपुर से गिरफ़्तार किया। यह जानकारी आज यहाँ पंजाब के डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने दी।
पंजाब पुलिस और ए. टी. एस. मुंबई की टीमों से तरफ से सांझा ऑपरेशन के दौरान जुलाई 2022 में टाईलों वाले कंटेनर के दरवाज़े के बार्डर में छुपा कर रखा यह नशा बरामद किया गया था। यह कंटेनर दिल्ली के एक आयातक की तरफ से मंगवाया गया था।
गिरफ़्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान अमृतसर के गाँव पंडोरी के निवासी गुरविन्दर सिंह उर्फ महक (27), तरन तारन के गाँव भिक्खीविंड के निवासी गुरसेवक सिंह उर्फ सेवक (25) और अमृतसर के गाँव माहवा के निवासी मनजीत सिंह उर्फ सोनी (34) के तौर पर हुई है। गिरफ़्तार किये गए तीनों व्यक्ति पंजाब में सरहद पार और अंतर- राज्यीय नशा तस्करी में सक्रियता से शामिल थे।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि विश्वसनीय जानकारी मिलने के उपरांत गुरदासपुर पुलिस ने बुधवार शाम को एक विशेष ऑपरेशन चलाया और गुरदासपुर के धारीवाल क्षेत्र में अमृतसर-जम्मू हाईवे पर एक ऐसयूवी महिंद्रा थार ( पीबी 46एएच0003) को रोक कर मुलजिमों को गिरफ़्तार किया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने गाड़ी की तलाशी के दौरान एक रिवाल्वर समेत 9 एमएम के 6 जिंदा कारतूस और .32 बोर के 6 जिंदा कारतूस भी बरामद किये हैं।
इससे पहले मुंबई एटीएस ने खेप मंगवाने वाले मुलजिम हरसिमरन सेठी और उसके सहायक महेन्दर सिंह राठौर, जो क्लियरिंग एजेंट के तौर पर काम कर रहा था, को दिल्ली से गिरफ़्तार किया था।
डीजीपी ने कहा कि जांच के दौरान, मुंबई एटीएस ने इन तीनों गिरफ़्तार व्यक्तियों गुरविन्दर सिंह, गुरसेवक सिंह और मनजीत सिंह को नामज़द किया, जोकि कंटेनर के प्राप्तकर्ता थे और वह इस सम्बन्ध में दिल्ली भी गए थे।
एसएसपी गुरदासपुर दीपक हिलोरी ने बताया कि मुलजिम गुरविन्दर सिंह और मनजीत सिंह इरादातन कत्ल की कोशिश केस में अमृतसर ग्रामीण पुलिस को भी वांछित हैं, जिसमें उन्होंने अक्तूबर, 2020 में जि़ला अमृतसर ग्रामीण की पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की थी। उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धाराओं 307, 353, 186 और 34 और हथियार एक्ट की धाराओं 25 और 27 के अंतर्गत अमृतसर के थाना लोपोके में इस सम्बन्धी पहले ही केस दर्ज है।
उन्होंने कहा कि पंजाब और अन्य राज्यों में नशा तस्करी के इस नैटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए आगे जांच जारी है।