न्यूज हंट. सिरसा : हरियाणा में पंचायत और आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। इन चुनावों में अब गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) की एंट्री हो चुकी है। राम रहीम खुद चुनाव तो नहीं लड़ रहा है लेकिन कई नेता ऐसे हैं जो चुनाव को लेकर कई गुरमीत राम रहीम के सत्संग में पहुंचकर आशीर्वाद ले रहे हैं। इनमें करनाल के कई नेता शामिल हैं। इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। सवालों के बीच हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दोषी नेता गुरमीत राम रहीम पैरोल पर ऑनलाइन ‘सत्संग’ कर रहे हैं। जेल विभाग द्वारा पैरोल दी जाती है। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर करनाल का कोई व्यक्ति गुरमीत राम रहीम पर विश्वास करता है और उसे देखने गया है, तो आदमपुर चुनाव से क्या संबंध है?
बता दें कि गुरमीत राम रहीम 40 दिन की पैरोल पर बाहर आया है। आते ही उसने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो अपलोड कर अपने अनुयायियों को संदेश दिया। फिर दो बार सोशल मीडिया के जरिए सत्संग किया। सत्संग को यूपी, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश आदि प्रांतों और विदेशों में रह रहे अनुयायियों ने यू-ट्यूब पर सुना। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने यूपी से ऑनलाइन सत्संग किया। सत्संग में करनाल जिला में साध संगत ने इकट्ठे होकर सत्संग सुना। इस दौरान जिले के पंचायती चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों ने भी आशीर्वाद लिया। इनमें करनाल नगर निगम मेयर रेणु बाला गुप्ता, जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा, डिप्टी मेयर नवीन कुमार व सीनियर डिप्टी मेयर राजेश ने भी गुरमीत राम रहीम के संबोधन से अपनी हाजिरी लगाई। साथ ही करनाल में आने का न्योता दिया। भाजपा नेताओं का मर्डर और यौन मामले में सजायाफ्ता राम रहीम के सामने नतमस्तक होना, चर्चा का विषय बना हुआ है।
पैरोल का चुनाव से कनेक्शन होने के सवाल पर डिप्टी मेयर ने कहा कि कोई भी इंसान अपनी खुशी से पैरोल की मांग कर सकता है। उस पर हमारे जेल मंत्री और न्यायालय को पैरोल देने का अधिकार है। हो सकता है कि उन्होंने दिवाली के त्यौहार को लेकर पैरोल ली हो और हम इसको चुनाव के साथ जोड़ कर ना देखें।