Supermoon 2022: इस साल की सबसे बड़ी खगोलीय घटनाओं में से एक ‘सुपरमून’ जुलाई में ही दिखेगा। 13 जुलाई यानी बुधवार को इसे देखा जा सकेगा। सुपरमून तब दिखता है जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे नज़दीक होता है। बुधवार को आसमान में सुपरमून का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। सुपरमून की रात चांद रोज के मुकाबले बहुत बड़ा, चमकीला व गुलाबी छटा बिखेरता है।
इस साल का सुपरमून 13 जुलाई की रात 12 बजकर 7 मिनट पर देखा जा सकेगा। इसके बाद यह अगले साल यानी 2023 में 3 जुलाई को नज़र आएगा। 13 जुलाई को सुपरमून के दिन साल का सबसे बड़ा चांद नज़र आएगा। इसे डीयर मून यानी हिरन चांद, थंडर मून, हे मून और विर्ट मून के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिका में इसे सैल्मन मून, कैलमिंग मून और रास्पबेरी मून कहा जाता है।
सुपरमून शब्द 1979 में चलन में आया। इसकी खोज ज्योतिषी रिचर्ड नोले ने की थी। जब चंद्रमा पृथ्वी के निकटतम 90 प्रतिशत पेरिगी के दायरों में होता है तो इस खगोलीय घटना को सुपरमून कहा जाता है। सुपरमून एक आम खगोलीय घटना है जो साल में तीन बार होती है। ऐसा कुछ भी नहीं है कि इस दिन चंद्रमा में कुछ विशेष शक्तियां आ जाती हैं। इस दिन चांद रोज के मुकाबले बड़ा दिखाई देता है क्योंकि यह पृथ्वी के बेहद करीब होता है। इस खगोली घटना को पेरिगी के नाम से भी जाना जाता है।
सुपरमून हाई टाइड की संभावनाओं को बढ़ा देता है। इस दिन महासागरीय ज्वार की एक बड़ी श्रृंखला देखी जा सकती है। सुपरमून के चलते समुद्र में तूफान और किनारे पर बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है।