30 C
Jalandhar
Friday, April 26, 2024

Vastu Shastra : घर के आस-पास इन पेड़-पौधों का होना माना जाता है अशुभ, जानिए क्या है वजह

Vastu Shastra : हम आपको ऐसे कुछ पेड़-पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके घर के बगीचे या आस-पास जरुर होंगे। यह पेड़-पौधे वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ होते हैं। इनके होने से आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ने लगता है। यह आपके जीवन में कई परेशानियां का कारण भी बनते हैं। यदि ऐसे पेड़ आपको उस वक्त दिख जाए जब वो एक पौधे के रूप में होते हैं तो उन्हें किसी दूसरे स्थान पर रोप दें। चलिए जानते हैं उन पौधों के बारे में जो घर के आस पास नकारात्मकता बढ़ाते हैं। यदि आपके घर में बबूल का पेड़ है तो यह आपके घर-परिवार के लिए अशुभ है। इस वृक्ष से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। इसमें कांटे होते हैं, जो कार्य में बाधा के साथ नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है।
बेर : यदि आपके घर में बेरी का पेड़ है तो यह वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना गया है। बेर में कांटे होते हैं। यह घर में नकारात्मकता बढ़ाते हैं। कहा जाता है कि जिस घर के आस पास बेर का पेड़ लगा होता है वहां से मां लक्ष्मी नाराज होकर चली जाती हैं।
पीपल : आपको जानकर हैरानी जरूर होगी कि जिस वृक्ष में देवताओं का वास होता है जिसकी सुबह-शाम पूजा की जाती है। वह अशुभ कैसे हो सकता है। दरअसल वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पीपल का होना शुभ नहीं होता है। इसकी छाया को अशुभ माना गया है। कहा जाता है कि जहां तक पीपल के पेड़ की छाया जाती है, वहां तक वह विनाश करता है।
नींबू : कुछ लोग अपने घर के बगीचे या आंगन में नींबू का पौधा रोपते हैं। लेकिन वास्तु अनुसार ये गलत है। इस पौधे को शुभ नहीं माना गया है। नींबू का पेड़ परिवार के सदस्यों में तनाव की स्थिति पैदा करता है।
आंवला : बहुत से लोग अपने घर या गार्डन में आंवला पेड़ लगाते हैं। यह भी वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना गया है। आंवला का पेड़ घर में या आस-पास नहीं होना चाहिए। यह नकारात्मकता लेकर आता है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
21,600SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles