बीबीसी: कारगिल युद्ध के 26 साल बीत जाने के बाद भी कैप्टन सौरभ कालिया के 78 साल के पिता एनके कालिया अपने बेटे से जुड़े एक मुद्दे को अमलीजामा पहनाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
एक ऐसी लड़ाई जिसमें बीते 26 साल के दौरान उन्हें बहुत उम्मीद तो नहीं मिली है, लेकिन उनका कहना है कि जब तक उनकी सांसें चल रही हैं तब तक उन्हें उम्मीद है.
तो कौन हैं कैप्टन सौरभ कालिया? क्या है कारगिल युद्ध से उनका कनेक्शन और उनका परिवार इतने लंबे समय के बाद भी किस तरह की लड़ाई लड़ रहा है?
आपकी दिलचस्पी अगर इन सवालों में है तो फिर ये पूरी रिपोर्ट आपको पढ़नी चाहिए.
दरअसल कैप्टन सौरभ कालिया को कारगिल युद्ध का पहला ‘वॉर हीरो’ माना जा सकता है. वह इस युद्ध में मारे जाने वाले भारत के पहले सैन्य अधिकारी थे.
